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डॉव जोंस में गिरावट, एशियाई बाजारों में बढ़त

विभिन्न कंपनियों द्वारा की गयी खराब नतीजों और नौकरियों में कटौती की घोषणाएं बुधवार को अमेरिकी शेयर बाजारों के उत्साह पर भारी पड़ गयीं, फलस्वरूप डॉव जोंस में 1.12% की कमजोरी आ गयी। इन खराब नतीजों ने एक बार फिर शेयर बाजारों को इस मद्देनजर सचेत किया कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था का संकट असल में कितना गंभीर है।

गिरावट के बाद बंद हुए शेयर बाजार

बुधवार के कारोबार में भारतीय शेयर बाजार गिरावट दर्ज करने के बाद बंद हुए। सेंसेक्स में 262 अंकों की कमजोरी रही और यह 9,715 पर बंद हुआ। निफ्टी 88 अंकों की गिरावट के साथ 2,954 पर रहा। अमेरिका में फेडरल रिजर्व बैंक द्वारा ब्याज दरें घटाने से उत्साहित भारतीय शेयर बाजारों में दिन के कारोबार की शुरुआत बढ़त के साथ हुई और सेंसेक्स 10,000 के स्तर के ऊपर खुला। लेकिन सत्यम कंप्यूटर्स द्वारा मेटास इन्फ्रा से संबंधित सौदा करने और उसके बाद उसे निरस्त करने के नाटकीय घटनाक्रम से हतप्रभ बाजार लाल निशान में चले गये। दोपहर तक बाजारों में एक सीमित दायरे के भीतर उतार-चढ़ाव बना रहा। लेकिन यूरोपीय शेयर बाजारों में गिरावट और अमेरिकी वायदा कारोबार के कमजोर खुलने के बाद दोपहर बाद के कारोबार में भारतीय बाजारों में गिरावट बढ़ गयी।

बढ़त दर्ज करने के बाद बंद हुए एशियाई बाजार

बुधवार के कारोबार में प्रमुख एशियाई शेयर बाजार बढ़त दर्ज करने में कामयाब रहे। हांगकांग के शेयर सूचकांक हैंग सेंग में 2.1% की मजबूती रही, जबकि जकार्ता कंपोजिट सूचकांक में 1.5% से अधिक की बढ़त दर्ज की गयी।

ठेके निरस्त होने की संभावना: एबीजी के शेयर लुढ़के

आज विभिन्न समाचार माध्यमों में एबीजी शिपयार्ड के करीब 1000 करोड़ रुपये के ठेके निरस्त होने की संभावना की खबर आने के बाद कंपनी के शेयरों में गिरावट दिख रही है। दोपहर 2.22 बजे बीएसई में कंपनी का शेयर भाव 4.4% की गिरावट के साथ 104 रुपये पर था।

एसीसी के शेयरों में कमजोरी

एसीसी द्वारा अपने एक उत्पादन संयंत्र को 15 दिनों के लिए बंद करने के निर्णय के बाद आज इसके शेयरों में गिरावट का रुख है। बीएसई में दिन के कारोबार में 508.50 रुपये का निचला स्तर छूने के बाद दोपहर 1.49 बजे कंपनी का शेयर भाव 4.6% की गिरावट के साथ 511 रुपये पर था।

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