स्पेक्ट्रम नीलामी के तीसरे दिन सरकार को 77,000 करोड़ रुपये की बोलियाँ मिली हैं, जो की पिछले साल की बिक्री में मिली रकम से भी अधिक है।
तीसरे दिन बोली लगाने वाली कंपनियों में सबसे आगे भारती एयरटेल, वोडाफोन इंडिया और आइडिया सेल्युलर रहीं। कंपनियों ने उन सर्किल में स्पेक्ट्रम हासिल करने के लिये बोली लगाई है जहां कंपनियों के लाइसेंस खत्म होने वाले हैं। इन कंपनियों के साथ रिलायंस इंडस्ट्रीज की रिलायंस जियो इंफोकॉम, रिलायंस एडीएजी की रिलायंस कम्युनिकेशन और टाटा टेलीसर्विसेज भी बोली प्रक्रिया में शामिल हैं।
दूरसंचार विभाग के मुताबिक तीन दिन में 17 दौर की बोली लगाई गयी है, और ये प्रक्रिया शनिवार को भी जारी रहेगी। सरकार को नीलामी से कुल 82,000 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद है लेकिन इसी तरह से आक्रामक बोलियाँ जारी रही तो विभाग को उम्मीद है कि कुल रकम इससे ज्यादा हो सकती है। सरकार को सबसे ज्यादा आय 900 मेगाहर्ट्ज बैंड से होने की उम्मीद है। यह बैंड अन्य टूजी बैंड के मुकाबले महँगा है। एक अनुमान के मुताबिक इस बैंड की नीलामी से सरकार को 40,000 करोड़ रुपये मिल सकते हैं। वहीं 2100 मेगाहर्ट्ज बैंड से 17,500 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद है। (शेयर मंथन, 7 मार्च 2015)