
ऑटो क्षेत्र की प्रमुख कंपनियों ह्यूंदै मोटर कंपनी और किआ कॉर्पोरेशन ने ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी में अपनी हिस्सेदारी बेच दी है। खुले बाजार में हुए सौदे (ओपन मार्केट ऑपरेशन) में हुई ब्लॉक डील में शेयरों की ये बिक्री हुई है। एक अन्य खबर के मुताबिक, सिटी समूह ने कंपनी के शेयर खरीदे हैं।
एनएसई पर मौजूद आँकड़ों के अनुसान दक्षिण कोरियाई मूल की ह्यूंदै ने बेंगलुरु स्थित मुख्यालय से संचालित ओला इलेक्ट्रिक में अपनी पूरी 2.47% की हिस्सेदारी 522 करोड़ रुपये में बेचे। ह्यूंदै ने कुल 10.88 करोड़ से ज्यादा शेयर 50.70 रुपये प्रति शेयर के औसत भाव पर खुले बाजार में बेचे। बीएसई पर उपल्ध जानकारी के मुताबिक ह्यूंदै के पास मार्च 2025 तक ओला की 2.4% की हिस्सेदारी थी।
एक अन्य दक्षिण कोरियाई ऑटो कंपनी किआ कॉर्पोरेशन ने भी ओला में अपनी 0.62% की हिस्सेदारी बेच दी। किआ ने 50.55 रुपये प्रति शेयर के औसत भाव पर 2.71 करोड़ शेयरों की बिक्री की। यह सौदा 137.35 करोड़ रुपये में हुआ। यह सौदे ऐसे समय में हुए हैं, जब ओला घटती बिक्री, वित्तीय घाटा और बढ़ती प्रतिस्पर्धा से जूझ रही है।
दूसरी तरफ, ओला इलेक्ट्रिक के शेयर सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स मॉरिशस ने दिलचस्पी दिखायी। इसने ओला के 8.61 करोड़ शेयर 435 करोड़ रुपये में खरीदे। सिटीग्रुप ने ओला में 1.95% हिस्सेदारी 50.55 रुपये प्रति शेयर के औसत भाव पर ली है। हालाँकि, कंपनी के अन्य खरीदारों की जानकारी उप्लब्ध नहीं हो सकी है।
भाविश अग्रवाल की स्वामित्व वाली कंपनी का अगस्त 2024 में आईपीओ आया था और इसकी धमाकेदार लिस्टिंग हुई थी। इसके बाद से कंपनी के शेयर 157.53 रुपये के ऑल टाइम हाई पर पहुँच गये थ। हालाँकि, ये तेजी बहुत समय तक नहीं बनी रह सकी और शेयर बिकवाली के दबाव में आ गये। इस स्तर से इसके भाव 68.66% नीचे आ गये हैं। आज भी कंपनी के शेयर 0.82% की गिरावट के साथ 49.58 रुपये प्रति शेयर के भाव पर ट्रेड कर रहे हैं।
(शेयर मंथन, 05 जून 2025)
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