कारोबारी हफ्ते के दूसरे दिन भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक मजबूती के साथ बंद हुए।
आरबीआई (RBI) ने मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी (एमएसएफ) दर में 0.5% की कटौती की है। इस कटौती के बाद एमएसएफ दर 9.5% से घट कर 9% हो गयी है। आरबीआई के इस कदम से घरेलू बाजार को फायदा पहुँचा।
सेंसेक्स (Sensex) 20,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर से ऊपर खुला, लेकिन कारोबार के अंत में इस स्तर से नीचे बंद हुआ।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स 89 अंक यानी 0.44% की मजबूती के साथ 19,984 पर बंद हुआ। निफ्टी 22 अंक यानी 0.38% की बढ़त के साथ 5928 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 0.12% की बढ़त रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 0.19% और बीएसई स्मॉलकैप में 0.53% की मजबूती रही। आज के कारोबार में रियल्टी और कैपिटल गुड्स क्षेत्रों में सबसे ज्यादा खरीदारी का रुख रहा।
सकारात्मक एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत मजबूती के साथ हुई। सेंसेक्स 20,000 के स्तर से ऊपर खुला। शुरुआती कारोबार में बाजार की मजबूती बढ़ी। इस दौरान सेंसेक्स 20,150 और निफ्टी 5982 दिन के ऊपरी स्तरों तक चढ़ गये, लेकिन इसके बाद जैसे-जैसे कारोबार बढ़ता गया, बाजार की मजबूती कम होती चली गयी। कमजोर यूरोपीय संकेतों के बीच घरेलू बाजार पर दबाव बढ़ा। सेंसेक्स 20,000 के स्तर से नीचे फिसल गया। इस दौरान बाजार में एक सीमत दायरे में कारोबार होता रहा। सेंसेक्स 20,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर से ऊपर-नीचे होता रहा। दोपहर के कारोबार में बाजार की मजबूती धीरे-धीरे बढ़ती चली गयी, लेकिन कारोबार के आखिरी घंटे में बाजार पर फिर से दबाव बढ़ा। सेंसेक्स अपने मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे फिसल गया। इस दौरान सेंसेक्स सेंसेक्स 19,937 और निफ्टी 5913 दिन के निचले स्तरों पर रहे। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में मजबूती के साथ बंद हुए।
क्षेत्रो के लिहाज से आज रियल्टी क्षेत्र को सबसे ज्यादा 1.57% का फायदा पहुँचा। कैपिटल गुड्स में 1.32%, एफएमसीजी में 0.78%, पावर में 0.76%, बैंकिंग में 0.67%, कंज्यूमर ड्यरेबल्स में 0.63%, हेल्थकेयर में 0.19%, टीईसीके में 0.14%, ऑटो में 0.11% और तेल-गैस में 0.04% की बढ़त रही। दूसरी ओर, धातु में 0.80% की गिरावट रही। आईटी में 0.25% और पीएसयू में 0.06% की कमजोरी रही। (शेयर मंथन, 08 अक्टूबर 2013)
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