सितंबर वायदा सीरीज के निपटान (एक्सपायरी) के दिन भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक तेज गिरावट के साथ बंद हुए।
निफ्टी (Nifty) 8,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे बंद हुआ।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स 276 अंक यानी 1.03% की गिरावट के साथ 26,468 पर रहा। निफ्टी 91 अंक यानी 1.13% गिर कर 7,912 पर बंद हुआ। सीएनएक्स मिडकैप (CNX Midcap) में 1.96% की गिरावट रही। बीएसई के स्मॉलकैप (Smallcap) में 3.21% और बीएसई मिडकैप (BSE Midcap) में 2.40% की गिरावट रही। क्षेत्रों के लिहाज से रियल्टी और तेल-गैस क्षेत्रों में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
मिले-जुले एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत उतार-चढ़ाव के साथ हुई। कारोबार के शुरुआती मिनटों में ही निफ्टी 8,000 के स्तर से नीचे फिसल गया। इसके बाद जैसे-जैसे कारोबार बढ़ता गया, बाजार की गिरावट तेज होती चली गयी। मिले-जुले यूरोपीय संकेतों के बीच घरेलू बाजार पर दबाव बढ़ा। इस दौरान बाजार में एक सीमित दायरे में गिरावट पर कारोबार जारी रहा। कारोबार के आखिरी घंटों में बाजार टूटता चला गया। निफ्टी 7,900 के स्तर से भी नीचे लुढ़का। इस दौरान सेंसेक्स 26,350 और निफ्टी 7,877 दिन के निचले स्तरों तक लुढ़क गये। हाालँकि कारोबार के आखिरी मिनटों में निफ्टी 7,900 के स्तर से ऊपर लौट आया। आखिरकार, सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में गिरावट के साथ ही बंद हुए।
क्षेत्रों के लिहाज से रियल्टी को सबसे ज्यादा 3.21% का घाटा हुआ। तेल-गैस क्षेत्र में 3.08%, धातु में 3.00%, पावर में 2.80% और बैंकिंग में 2.69% और कैपिटल गुड्स में 1.91% की गिरावट रही। ऑटो में 0.97%, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 0.82% और एफएमसीजी में 0.45% की कमजोरी रही। दूसरी ओर, आईटी में 1.12% की मजबूती रही। टीईसीके में 0.94% और हेल्थकेयर में 0.15% की बढ़त रही। (शेयर मंथन, 25 सितंबर 2014)
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