रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) ने गैस की कीमत में वृद्धि से महँगाई बढ़ने की खबरों पर स्पष्टीकरण दिया है।
कंपनी ने कहा है कि देश में गैस की कीमत बढ़ने से महँगाई बढ़ने की खबरें पूरी तरह से भ्रामक और निराधार हैं। कंपनी के मुताबिक गैस की कीमत बढ़ने से सरकार द्वारा उर्वरक यानी फर्टिलाइजर्स की कीमत बढ़ा कर कृषि उपज महँगी हो जाने की खबरें भी निरर्थक हैं।
कंपनी के मुताबिक देश की कुल गैस खपत का 40% आयातित एलएनजी से पूरा होता है, जिसे लगभग 18 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू की दर से आयात किया जाता है। इस तरह घरेलू गैस के दाम बढ़ने के बाद भी विदेशी कंपनियों से आने वाली गैस लगभग 10 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू महँगी होगी, जबकि रिलायंस उत्पादित घरेलू गैस उपभोग से देश को लगभग 10,000 करोड़ रुपये की सालाना बचत होगी।
रिलायंस ने गैस की कीमतों और बिजली के दामों पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि रिलायंस इंडस्ट्रीज द्वारा उत्पादित गैस देश के किसी बिजलीघर में उपयोग नहीं होती है। इस तरह गैस के दाम बढ़ने से बिजली के दाम में वृद्धि की बातें भी बेबुनियाद हैं।
गैस की कीमतों में वृद्धि से उर्वरकों और बिजली के दामों में बढ़ोतरी की बातें तथ्यों से परे और चुनावी फायदे पर आधारित हैं।
शेयर बाजार में कंपनी के शेयर भाव में गिरावट का रुख है। बीएसई में दोपहर 12 बजे यह 2.89% के नुकसान के साथ 878.50 रुपये पर है। (शेयर मंथन, 25 मार्च 2014)
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