कल शाम जारी तिमाही नतीजों के बाद आज सुबह से ही आईटी कंपनी विप्रो के शेयर में अच्छी-खासी कमजोरी दिख रही है।
बीएसई में यह शेयर 588.40 रुपये के पिछले बंद भाव की तुलना में आज सुबह 588.80 रुपये पर खुला, मगर तुरंत ही लाल निशान में चला गया। दोपहर करीब 2 बजे यह 18.85 रुपये या 3.20% के नुकसान के साथ 569.55 रुपये पर चल रहा है।
चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में विप्रो का कंसोलिडेटेड मुनाफा तिमाही-दर-तिमाही आधार पर 3.7% गिर कर 2187.7 करोड़ रुपये रहा। अन्य आय में कमी और वित्त लागत ज्यादा रहने से कंपनी के मुनाफे में कमी आयी। तिमाही-दर-तिमाही आधार पर आईटी सेवाओं से कंपनी की आय 3% बढ़ कर 11577 करोड़ रुपये रही। डॉलर में यही आय 1.1% बढ़ कर 1.79 अरब डॉलर रही। हालाँकि, डॉलर आय में बढ़ोतरी की दर प्रतिस्पर्धी कंपनियों, जैसे टीसीएस और इन्फोसिस के मुकाबले कम रही है, जिससे बाजार को निराशा हुई है।
विप्रो ने अगली तिमाही (जुलाई—सितंबर 2015) में आईटी सेवाओं से होने वाली आय डॉलर 1.82-1.85 अरब डॉलर के बीच रहने का अनुमान (गाइडेंस) सामने रखा है।
जून 2015 में खत्म तिमाही में विप्रो ने आईटी सेवाओं के 36 नये ग्राहक बनाये हैं। इससे कंपनी के कुल ग्राहकों की संख्या बढ़कर 1,071 हो गयी है। विप्रो के सीईओ टी के कुरियन ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही पहली छमाही के मुकाबले बेहतर रहने की उम्मीद जतायी है। (शेयर मंथन, 24 जुलाई 2015)
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