अक्टूबर-दिसंबर 2015 की तिमाही में दिग्गज एफएमसीजी कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर (Hindustan Unilever) के नतीजे विश्लेषकों के अनुमानों से खराब रहे हैं।
बीती तिमाही के दौरान कंपनी का मुनाफा 22.44% गिरावट के 971.40 करोड़ रुपये का रहा। पिछले कारोबारी साल की समान तिमाही यानी अक्टूबर-दिसंबर 2014 के दौरान कंपनी का मुनाफा 1252.17 करोड़ रुपये का था। हालाँकि कंपनी की बिक्री 3.2% की बढ़ोतरी के साथ 7,823 करोड़ रुपये रही। इस तिमाही में कंपनी की बिक्री की मात्रा (वॉल्यूम) में वृद्धि 6% की रही है। कंपनी के मुताबिक कमोडिटी की कीमतों में गिरावट का फायदा ग्राहकों को दिया गया, जिसका असर बिक्री की मात्रा में वृद्धि पर पड़ा है। हालाँकि बिक्री की मात्रा में यह वृद्धि भी विश्लेषकों के अनुमानों के निचले दायरे के पास ही रही।
इसी दौरान कंपनी का ऑपरेटिंग मुनाफ़ा 7.2% बढ़ कर 1,349 करोड़ रुपये रहा। पिछले साल इसी तिमाही में कंपनी का ऑपरेटिंग मुनाफ़ा 1,258 करोड़ रुपये रहा था। वहीं ऑपरेटिंग मार्जिन 0.60% अंक बढ़ कर 17.2% हो गया। पिछले कारोबारी साल की समान तिमाही में ऑपरेटिंग मार्जिन 16.6% था।
शुक्रवार के कारोबार में हिंदुस्तान यूनिलीवर का शेयर नतीजों की घोषणा के बाद पिछले बंद भाव 826.45 रुपये के मुकाबले 776.60 रुपये तक फिसल गया। अंत में यह 22.30 रुपये या 2.70% की गिरावट के साथ 804.15 रुपये पर बंद हुआ। (शेयर मंथन, 15 जनवरी 2016)
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