
प्रिसिजन स्टील ट्यूब्स और इंडस्ट्रियल चेन का उत्पादन करने वाली कंपनी ट्यूब इन्वेस्टमेंट्स ऑफ इंडिया सीडीएमओ यानी कॉन्ट्रैक्ट डेवलपमेंट ऐंड मैन्युफैक्चरिंग ऑर्गेनाइजेशन (CDMO) कारोबार में उतरेगी। कंपनी की कारोबार पोर्टफोलियो के डायवर्सिफाई करने की योजना है।
ट्यूब इन्वेस्टमेंट्स ऑफ इंडिया ने सीडीएमओ (CDMO) और एक्टिव फार्मास्यूटिकल इंग्रेडिएंट यानी एपीआई (API) को नए कारोबार के तौर पर पहचान की है जिसमें वृद्धि की काफी संभावनाएं हैं। मुरुगप्पा ग्रुप की इस कंपनी ने हाल ही में एक समझौते पत्र पर हस्ताक्षर किया है। यह समझौता पत्र प्रोफेशनल एन गोविंदराजन के साथ किया गया है जिनका फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्री के साथ सीडीएमओ कारोबार को स्थापित करने का लंबा अनुभव है। कंपनी की सीडीएमओ कारोबार में नई सब्सिडियरी के जरिए उतरने की योजना है। प्रस्तावित सब्सिडियरी का फोकस एपीआई और दूसरे उत्पादों पर रहेगा। ट्यूब इन्वेस्टमेंट्स ऑफ इंडिया का प्रस्तावित नई सब्सिडियरी में 285 करोड़ रुपये निवेश की योजना है। कंपनी यह निवेश इक्विटी और कंपल्सरी कन्वर्टिबल प्रेफरेंश शेयर चरणों में जारी करेगी। एन गोविंदराजन इस सब्सिडियरी में इक्विटी और कंपल्सरी कन्वर्टिबल प्रेफरेंश शेयर में 15 करोड़ रुपये निवेश करेंगे। यह रकम समझौते में तय प्रदर्शन के अलावा दूसरी शर्तों पर आधारित होगा। एन गोविंदराजन निवेश के बदले 25 फीसदी की हिस्सेदारी के लिए योग्य होंगे।
ट्यूब इन्वेस्टमेंट्स ऑफ इंडिया के कार्यकारी अध्यक्ष एम ए एम अरुणाचलम ने कहा कि, हम सीडीएमओ कारोबार शुरू करने जा रहे हैं जिसमें काफी वृद्धि की संभावनाएं हैं। इसके जरिए कंपनी अपने कारोबार को अच्छी तरीके से डायवर्सिफाई कर सकेगी। इसके साथ ही इससे आय के पारंपरिक साधनों पर निर्भरता कम होगी। ट्यूब इन्वेस्टमेंट्स ऑफ इंडिया का शेयर बीएसई (BSE) पर 0.67% गिर कर 2,685.55 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ।
(शेयर मंथन, 14 मार्च, 2023)
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