पानी की पर्याप्त उपलब्धता के कारण जीरे के बुआई क्षेत्र में बढ़ोतरी की संभावना बढ़ गयी है इसलिए उत्पादन में वृद्धि की संभावना भी जतायी जा रही है। मौजूदा वर्ष 2015-16 में 4 लाख टन जीरे की उत्पादन होने का अनुमान है। गुजरात के बेहतर मौसम होने और घरेलू बाजारों में कम माँग के कारण हाजिर बाजारों में जीरे की कीमतों में गिरावट दर्ज हुई है।
जीरे के लिए लिये एसएमसी ग्लोबल सिक्योरिटीज (SMC Global Securities) की सलाह है कि जीरा वायदा अक्टूबर की कीमतों के नरमी के रुख के साथ 15850 रुपये के नीचे ही कारोबार करन की संभावना है।
ऊंझा में जीरे की हाजिर कीमतें 16,155.50 रुपये रही है और इसका बंद भाव 16,190 रुपय रहा है। (शेयर मंथन, 05 अक्टूबर 2015)
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