बाजारों में आवक होने तक धनिया की कीमतों में तेजी का रूझान - एसएमसी
पहली छमाही में नयी फसल की भारी आवक के कारण बिकवाली के दबाव से धनिया की कीमतों में लगभग 30% की गिरावट हुई।
पहली छमाही में नयी फसल की भारी आवक के कारण बिकवाली के दबाव से धनिया की कीमतों में लगभग 30% की गिरावट हुई।
पहली तिमाही में फसल कटाई, जो फरवरी-मार्च में शुरू होती है, के बाद भारी आवक के दबाव के कारण जीरे की कीमतें औंधेमुंह लुढ़क गयी।
पिछले वर्ष हल्दी की कीमतों में 21% की गिरावट हुई और मसालों में सबसे खराब प्रदर्शन करने वाली कमोडिटी रही।
इलायची की कीमतों ने 1,100 के स्तर के नजदीक से वर्ष की शुरूआत की और जनवरी में अच्छी-खासी बढ़त दर्ज की।
सामान्य से कम मॉनसून के कारण प्रमुख उत्पादन क्षेत्रों की मिट्टी में पर्याप्त नमी के अभाव की वजह से फसल वर्ष 2017-18 के दौरान उत्पादन में कमी से सरसों वायदा की कीमतों में 3,727 के निचले स्तर से 4,262 रुपये तक की 14% की अच्छी-खासी बढ़त दर्ज की गयी।