कच्चे तेल की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ सीमित कारोबार करने की संभावना हैं और कीमतों को 4,270 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 4,180 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
कच्चे तेल की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ सींमित रहने की संभावना है। कीमतों के 6,300-6,440 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
कच्चे तेल की कीमतों में नरमी का रुझान रहने की संभावना हैं और कीमतों को 5,290 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 5,200 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
कच्चे तेल की कीमतों में नरमी रह सकती है। कीमतों के 5,300-5,460 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
कच्चे तेल की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ सीमित कारोबार करने की संभावना हैं और कीमतों को 4,340 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 4,250 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
कच्चे तेल की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ सीमित कारोबार करने की संभावना हैं और कीमतों को 4,530 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 4,450 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल में गिरावट देखने को मिल रही है।
कच्चे तेल में निचले स्तर पर खरीदारी होने की संभावना है।
कच्चे तेल की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना हैं और कीमतों को 2,830 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 2,610 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
कच्चे तेल की कीमतों में नरमी का रुझान रहने की संभावना हैं और कीमतों को 3,020 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 2,870 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
कच्चे तेल की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ सीमित कारोबार करने की संभावना हैं और कीमतों को 4,600 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 4,520 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
कच्चे तेल की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ सीमित कारोबार करने की संभावना हैं और कीमतों को 4,640 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 4,570 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
कच्चे तेल की कीमतें बढ़त के साथ खुल कर 4,050-4,150 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है।
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संवत 2081 में पूरे साल बाजार थका रहा, पर बीतते-बीतते यह संवत एक नया जोश देते हुए जा रहा है। अभी हाल तक बाजार में सभी यह चर्चा कर रहे थे कि पिछली दीपावली से इस दीपावली तक तो बाजार में नुकसान ही है, या पैसे नहीं बने।
आम लोग खुश हैं कि जीएसटी कम होने से चीजें सस्ती होंगी। महँगाई दर घटने वाला सस्तापन नहीं, असल में आपको पहले से कम पैसे खर्च करके सामान मिलेंगे। और सस्ता होने वाले सामानों की सूची बहुत लंबी है, अमीर-गरीब सबको फायदा मिलने जा रहा है।