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केवल वापस उछाल, या हो गयी गिरावट पूरी?

राजीव रंजन झा : विदेशी संस्थागत निवेशकों की लगातार बिकवाली के बीच इसी बुधवार की सुबह मैंने लिखा था कि "उनकी खरीदारी जल्दी ही फिर से शुरू हो सकती है।"

हाल में 1651 करोड़ रुपये, 707 करोड़ रुपये, 920 करोड़ रुपये और 1037 करोड़ रुपये जैसी बड़ी बिकवालियों के बाद एफआईआई ने बुधवार को केवल 82 करोड़ रुपये की हल्की बिकवाली (शुद्ध रूप से) की। कल गुरुवार को एफआईआई खरीदार बन गये और उनकी शुद्ध खरीदारी रही 539 करोड़ रुपये।
इस आँकड़े को लेकर एकदम से कोई नतीजा नहीं निकालना चाहिए। लेकिन इसे नजरअंदाज भी नहीं किया जा सकता, क्योंकि इस साल 04 जनवरी के बाद से पहली बार एफआईआई ने 500 करोड़ रुपये से ज्यादा की शुद्ध खरीदारी की है। अगर यह खरीदारी जारी रही तो "वापस उछाल" में से वापस शब्द हट जायेगा और सबको बस उछाल ही दिखेगी।
मैंने मंगलवार की सुबह यह चर्चा की थी कि किन बातों से बाजार के वापस सँभल जाने का संकेत मिलेगा। उसमें पहला संकेत यह था कि निफ्टी सोमवार का निचला स्तर 5417 न तोड़े। निफ्टी मंगलवार को 5417 से नीचे 5402 तक चला गया, लेकिन अंत में ठीक 5417 पर टिक गया। फिर बुधवार और कल गुरुवार को निफ्टी ने इन स्तरों को बचाये रखा। इसे लगातार 5415-5420 के बीच सहारा मिलता दिखा है। इस लिहाज से कहा जा सकता है कि जब तक निफ्टी 5400 के नीचे न जाये, तब तक बाजार के वापस सँभल जाने की उम्मीद कायम रहेगी।
दूसरा संकेत यह था कि निफ्टी 3919 से 4786 को मिलाती रुझान रेखा के ऊपर जाकर टिक सके। यह रेखा इस समय करीब 5525 पर है और निफ्टी का कल का बंद स्तर लगभग इसी रेखा पर है। अगर शुक्रवार को यह इस रेखा के ऊपर टिक सका तो बाजार को इससे मजबूती मिलेगी।
अब बेहद छोटी अवधि के लिए तो 5402 पर तलहटी बनती दिख ही रही है, इसलिए यह उम्मीद की जा सकती है कि 200 दिनों का सिंपल मूविंग एवरेज (एसएमए) स्तर निफ्टी के लिए अगला स्वाभाविक लक्ष्य है। यह लक्ष्य मौजूदा स्तर से लगभग 100 अंक ऊपर 5626 पर है।
बस एक दिन की उछाल पर इतनी सकारात्मक बातें काफी नहीं हैं क्या! तो अभी इतना ही। लेकिन ध्यान रहे कि निफ्टी 5400 के नीचे जाने पर ऊपर लिखी बातें भूल जायें। Rajeev Ranjan Jha
(शेयर मंथन, 04 फरवरी 2011)

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