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मार्च से मजबूती आनी शुरू हो सकती है

पी के अग्रवाल, प्रेसिडेंट (रिसर्च), बोनांजा पोर्टफोलिओ

साल 2008 काफी असाधारण रहा है। ऐतिहासिक वित्तीय संकट ने समूचे विश्व पर असर डाला है। इस संकट ने साल 2008 की शुरुआत में बनी उन आशाओं को चकनाचूर कर दिया कि साल अमेरिकी सबप्राइम संकट के असर से भारत बचा रहेगा। जैसे-जैसे संकट गहराता गया और इसकी परतें खुलती गयीं, वैसे-वैसे यह असलियत सामने आती गयी कि ऐसी वैश्विक घटनाओं से भारत अछूता नहीं रह सकता।

महंगाई दर में और कमी

महंगाई दर में और कमी आयी है। 20 दिसंबर को खत्म सप्ताह में महंगाई दर गिरकर 6.38% रह गयी है। गौरतलब है कि  इससे पिछले सप्ताह में महंगाई दर 6.61% थी।

डॉव जोंस ने बढ़त के साथ किया 2008 को विदा

साल 2008 के आखिरी कारोबारी दिन अमेरिकी शेयर बाजारों ने मजबूती दिखाते हुए हरे निशान के साथ एक ऐसे साल को विदाई दी, जिसे कोई भी निवेशक याद नहीं रखना चाहेगा। बुधवार को डॉव जोंस में 108 अंकों की बढ़त दर्ज की गयी।

साल 2008 की विदाई गिरावट के साथ

कैलैंडर साल 2008  के आखिरी दिन भारतीय शेयर बाजार गिरावट के साथ बंद हुए। यदि साल 2007 के आखिरी कारोबारी दिन से तुलना करें, तो सेंसेक्स में 52% से अधिक की गिरावट आ चुकी है।  बुधवार को बीएसई सेंसेक्स 69 अंकों की गिरावट के साथ 9,647 पर रहा। निफ्टी 20 अंकों की कमजोरी के साथ 2,959 पर बंद हुआ। शेयर बाजार में कारोबार की शुरुआत हरे निशान पर हुई थी, लेकिन दोपहर के बाद बाजार  लाल निशान पर आ गया। 

बजाज हिंदुस्तान के शेयरों में 10.5% की बढ़त

आज के कारोबार में शुगर कंपनी बजाज हिंदुस्तान के शेयरों में बढ़त का रुख है। बीएसई में दोपहर 3.12 बजे इसका शेयर भाव 10.5% की तेजी  के साथ 73.05 रुपये पर था।

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