MRF Ltd Share Latest News: स्टॉक को होल्ड करें निवेशक, मूल्य में आ सकती है रिकॉर्ड तेजी
राजेश खुराना : एमआरएफ खरीदना चाहता हूँ मध्यम और लंबी अवधि के लिए। आपकी क्या राय है?
राजेश खुराना : एमआरएफ खरीदना चाहता हूँ मध्यम और लंबी अवधि के लिए। आपकी क्या राय है?
भावना पांडे : एनबीसीसी पर आपकी राय क्या है? इस स्टॉक के मूल्यांकन को देखते हुए कब तक होल्ड करें? मैंने इसे 45 रुपये के भाव पर खरीदा है और मैं लंबी अवधि की निवेशक हूँ।
रितेश कुमार : रक्षा कंपनियों का निर्यात सर्वोच्च स्तर पर है, मगर स्टॉक गिर रहे हैं। इसकी क्या वजह है?
गोपाल कठूरिया : आजकल यूट्यूब और विभिन्न चैनलों पर ब्रेकआउट शब्द बार-बार सुनने में आ रहा है। चार्ट पर ब्रेकआउट को कैसे पहचान सकते हैं?
हाल में पैसिव फंडों यानी इंडेक्स फंड और ईटीएफ को लेकर निवेशकों की रुचि बढ़ी है और साथ ही म्यूचुअल फंड कंपनियों ने इनके माध्यम से निवेश के काफी नये विकल्प सामने रखे हैं। काफी नये एनएफओ भी आये हैं।
मोहित यादव : बजाज हाउसिंग फाइनेंस भी क्या बजाज फाइनेंस के जैसा मल्टीबैगर बन सकता है? इसकी वित्तीय स्थिति देखकर बताइये?
प्रकाश शर्मा, नागपुर : मैंने जुलाई में लंबी अवधि के लिए अपने पोर्टफोलियो में बीबीटीसी, इरेडा और लार्सन ऐंड टूब्रो खरीदा है। मगर इनमें कोई हलचल नहीं है। मुझे क्या करना चाहिए?
एकेजी : मैंने एल्केम लैबोरेटरीज के शेयर 5500 रुपये के भाव पर लंबी अवधि के लिए खरीदे हैं। इस पर क्या राय है?
मोहित यादव : राजरतन ग्लोबल वायर पर 5 साल के लिए आपका क्या नजरिया है?
विशाल अग्रवाल : टाटा पावर के मुकाबले अदाणी पावर का वैलुएशन कैसा लग रहा है?
वैभव : डी लिंक को मौजूदा बाजार भाव पर 3-5 साल के लिए खरीदना कैसा रहेगा?
मोना बत्रा : मुथूट फाइनेंस में लंबी अवधि के लिए नयी खरीद किस स्तर पर करनी चाहिए?
मनीष कुमार : ग्लोबल हेल्थ के चार्ट का आकलन कर बतायें इसे कब लेना चाहिए?
Expert Shomesh Kumar: मैंने पहले भी बताया था कि मिडकैप सूचकांक में 59000 से 61000 के दायरे में साइकिल का लक्ष्य बनता है। इसलिए इस स्तर पर सतर्क रहने की जरूरत है। इसके अलावा एक साइकिल के बाद एक और बड़े साइकिल की संभावना रहती है। लेकिन अभी इस संदर्भ में मेरे पास कोई स्पष्टता नहीं है।
Expert Shomesh Kumar: सोने के बारे में तकनीकी सह संबंध है कि शेयर बाजार में कमजोरी होगी तो ये बहुमूल्य धातु मजबूत होगा। लेकिन सोना की चाल असल में हमेशा भूराजनीतिक मुद्दों, केंद्रीय बैंक की गतिविधि और सुरक्षा की भावना से प्रभावित होती है।
Expert Shomesh Kumar: पिछली बार हमने 24800 के स्तर तक बाजार में करेक्शन की आशंका पर हमने चर्चा की थी। लेकिन निफ्टी की हालिया गिरावट का मतलब ये था कि हमारे बाजार में करेक्शन पहले हुआ। लेकिन अमेरिका में इसकी वजह से बिकवाली आने का कोई मतलब नहीं है।