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आरबीआई (RBI) के झटके से टूटा शेयर बाजार

आरबीआई (RBI) के निराशाजनक फैसले से कारोबारी हफ्ते के आखिरी दिन भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुए। 

आरबीआई के नये गर्वनर रघुराम राजन (Raghuram Rajan) द्वारा अपनी पहली मौद्गिक नीति की समीक्षा में ब्याज दरें बढ़ाने से बाजार पर दबाव बढ़ा। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में भी गिरावट बढ़ी। 

निफ्टी (Nifty) 6100 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे बंद हुआ।  
कारोबार के अंत में सेंसेक्स (Sensex) 383 अंक यानी 1.85% की गिरावट के साथ 20,264 पर बंद हुआ। निफ्टी 103 अंक यानी 1.69% गिर कर 6012 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 1.33% की गिरावट रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 0.83% और बीएसई स्मॉलकैप में 1.01% की कमजोरी रही। आज के कारोबार में रियल्टी और बैंकिंग क्षेत्रों में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा। 
मिले-जुले एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई। शुरुआती कारोबार में बाजार में एक सीमित दायरे में उतार-चढ़ाव के बीच कारोबार होता रहा। आरबीआई द्वारा ब्याज दरें बढ़ाये जाने से बाजार पर दबाव बढ़ा। निफ्टी 6000 के स्तर से भी नीचे चला गया। इस दौरान सेंसेक्स 20,678 और निफ्टी 5933 दिन के निचले स्तरों तक लुढ़क गये। आरबीआई ने नीतिगत ब्याज दरों में बदलाव करते हुए रेपो दर (Repo Rate) में 0.25% अंक का इजाफा किया है। अब यह दर 7.25% से बढ़ कर 7.50% हो गयी है। रिवर्स रेपो दर (Reverse Repo Rate) भी 0.25% अंक बढ़ कर 6.25% से 6.50% हो गयी है। हालाँकि, आरबीआई ने नकद आरक्षित अनुपात (CRR) में कोई बदलाव नहीं किया है। सीआरआर 4% पर कायम है। आरबीआई ने मार्जिनल स्टैंडिंग फैसलिटी (एमएसएफ) दर 0.75% अंक घटायी है। अब एमएसएफ दर 10.25% से घट कर 9.50% हो गयी है। मिले-जुले यूरोपीय संकेतों के बीच घरेलू बाजार की गिरावट में थोड़ी कमी आयी। इस दौरान बाजार अपने निचले स्तरों से सँभले। निफ्टी 6000 के स्तर पर वापस लौट आया, लेकिन जल्द ही यह इस स्तर से नीचे फिसल गया। दोपहर के कारोबार में बाजार में दबाव बढ़ा। हालाँकि, कारोबार के आखिरी घंटों में बाजार की गिरावट कम होती चली गयी। निफ्टी 6000 के स्तर को दोबारा पार करने में कामयाब रहा। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में गिरावट के साथ बंद हुए। 
क्षेत्रो के लिहाज से आज रियल्टी क्षेत्र को सबसे ज्यादा 6.53% का घाटा हुआ। बैंकिंग में 4.18%, कैपिटल गुड्स में 3.04%, ऑटो में 1.58%, पीएसयू में 1.45%, धातु में 1.17%, तेल-गैस में 1.12% और एफएमसीजी में 1.06% की गिरावट रही। टीईसीके में 0.56% और आईटी में 0.11% की कमजोरी रही। दूसरी ओर, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 0.35%, पावर में 0.28% और हेल्थकेयर में 0.13% की बढ़त रही। (शेयर मंथन, 20 सितंबर 2013)
 

 

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