
मोदी सरकार के पहले रेल बजट (Rail Budget) से निराश भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक आज भारी गिरावट के साथ बंद हुए।
सेंसेक्स (Sensex) में 27 जनवरी 2014 के बाद और निफ्टी (Nifty) में सितंबर 2013 के बाद सबसे बड़ी गिरावट दर्ज हुई।
सेंसेक्स 26,000 और निफ्टी 7,700 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे बंद हुए।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स 518 अंक यानी 1.98% की गिरावट के साथ 25,582 पर रहा। निफ्टी 164 अंक यानी 2.11% गिर कर 7,623 पर बंद हुआ। सीएनएक्स मिडकैप (CNX Midcap) में 4.34% की गिरावट रही। बीएसई मिडकैप (BSE Midcap) में 3.63% और बीएसई स्मॉलकैप (BSE Smallcap) में 4.19% की भारी गिरावट रही। क्षेत्रों के लिहाज से आज रियल्टी और पावर में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
मिले-जुले एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत बढ़त के साथ हुई। घरेलू बाजार आज लगातार चौथे दिन रिकॉर्ड ऊँचाई पर खुले। निफ्टी 7,800 के स्तर से ऊपर खुला। इस दौरान सेंसेक्स 26,190 और निफ्टी 7,809 दिन के ऊपरी स्तरों पर रहे, लेकिन जल्द ही बाजार बढ़त गवाँ कर लाल निशान पर फिसल गया। निफ्टी 7,800 के स्तर से नीचे लुढ़क गया। कमजोर यूरोपीय संकेतों के बीच घरेलू बाजार में एक सीमित दायरे में कारोबार होता रहा। रेल बजट के पेश होने के बाद घरेलू बाजार पर दबाव बढ़ा। सेंसेक्स 26,000 के स्तर से नीचे फिसला। दोपहर बाद के कारोबार में बाजार की गिरावट बढ़ी। निफ्टी 7,700 के स्तर से नीचे फिसला। इसके बाद बाजार तेजी से लुढ़कता चला गया। सेंसेक्स 25,495 और निफ्टी 7,596 दिन के निचले स्तरों तक लुढ़क गये। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में उतार-चढ़ाव के बाद गिरावट के साथ बंद हुए।
क्षेत्रों के लिहाज से आज रियल्टी क्षेत्र को सबसे ज्यादा 7.16% का घाटा हुआ। पावर में 6.37%, कैपिटल गुड्स में 4.80%, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 4.55%, धातु में 4.22%, तेल-गैस में 3.15%, बैंकिंग में 2.35%, ऑटो में 2.27%, टीईसीके में 1.36%, हेल्थकेयर में 1.21% और आईटी में 1.05% की गिरावट रही। एफएमसीजी में 0.48% की कमजोरी रही। (शेयर मंथन, 08 जुलाई 2014)
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