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यस बैंक (Yes Bank) को हुआ जुलाई-सितंबर तिमाही में दूसरा सबसे बड़ा घाटा

चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में यस बैंक (Yes Bank) को 600.08 करोड़ रुपये का घाटा हुआ।

बैंक को यह घाटा कार्पोरेट कर दर व्यवस्था में बदलाव के कारण 709 करोड़ रुपये के एकमुश्त डीटीए व्यवस्था की वजह से हुआ। वरना यह 1.09 अरब रुपये के मुनाफे में रहता। पिछले कारोबारी साल की समान अवधि में यस बैंक 964.70 करोड़ रुपये के मुनाफे में रहा था। जबकि इसका अपना सबसे बड़ा 1,506.60 करोड़ रुपये का तिमाही घाटा पिछले कारोबारी साल की चौथी तिमाही में हुआ था।
जुलाई-सितंबर तिमाही में साल दर साल आधार पर यस बैंक की शुद्ध ब्याज आमदनी 10% की गिरावट के साथ 2,186 करोड़ रुपये की रही, जबकि अन्य आमदनी भी 36% घट कर 946 करोड़ रुपये की रह गयी। इसके अलावा बैंक की कारोबारी आमदनी भी 38% लुढ़क कर 1,458 करोड़ रुपये की रह गयी।
यस बैंक के नतीजों को इसके बढ़े कुल प्रोविजन ने भी प्रभावित किया, जो 42% बढ़ोतरी के साथ 1,336 करोड़ रुपये के रहे। वहीं बैंक की क्रेडिट ग्रोथ 6% अधिक 2,24,505 करोड़ रुपये के रहे। बैंक की संपत्ति गुणवत्ता भी खराब हुई है। इसका सकल एनपीए अनुपात 1.60% से बढ़ कर 7.39% और शुद्ध एनपीए अनुपात 0.84% से बढ़ कर 4.35% हो गया।
प्रमुख ब्रोकिंग फर्म आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने यस बैंक के नतीजों को कमजोर बताया है।
दूसरी ओर बीएसई में यस बैंक का शेयर शुक्रवार को 3.85 रुपये या 5.46% की गिरावट के साथ 66.60 रुपये के भाव पर बंद हुआ। इस भाव पर बैंक की बाजार पूँजी 16,985.21 करोड़ रुपये है। वहीं इसके पिछले 52 हफ्तों का शिखर 285.90 रुपये और निचला स्तर 29.05 रुपये रहा है। (शेयर मंथन, 02 नवंबर 2019)

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