जीरे के बुआई रकबे में गिरावट दर्ज की गयी है।
पछले 2 वर्षों के दौरान जीरे में मुनाफा कम मिलने के कारण किसानों ने जीरे की बजाय धनिया सौफ और मेथी की खेती को प्राथमिकता दी है लेकिन बाजार में जीरे की कीमतों में मई के मध्य से अब तक करीब करीब 25% तक की गिरावट दर्ज हो चुकी है। मई महीने के मध्य में जीरा 20000 रुपये प्रति कि्वंटल के ऊँचे स्तर तक पहुँच गये थे। इसलिए आने वाले दिनों में कीमतों के अब और ज्यादा गिरने की उम्मीद कम है। इसलिए आने वाले समय बाजार धारणा को थोड़ समर्थन मिलने की उम्मीद है।
एनसीडीईएक्स में सितंबर वायदा के लिए इसका बंद भाव 15350 रुपये था। रेलिगेयर के मुताबिक आज इसे 15220 और फिर 15160 पर सहारा मिलने की उम्मीद रहेगी। आज इसके लिए 15480 रुपये और 15560 रुपये पर बाधा है। (शेयर मंथन, 13 अगस्त 2015)
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