
राजीव रंजन झा : इस समय बाजार लोगों को छकाने की प्रक्रिया से गुजर रहा है, इसलिए ठीक अगली चाल किधर और कितनी बड़ी होगी, यह कहना बड़ा मुश्किल है। लेकिन कुछ मोटी-मोटी बातें जरूर स्पष्ट हैं।
पहली बात यह कि इस समय मध्यम और लंबी अवधि के लिहाज से बाजार की दिशा ऊपर है। पिछले अंक में मैंने दो पट्टियों का जिक्र किया था – एक बड़ी पट्टी और एक छोटी पट्टी। दोनों पट्टियाँ ऊपर चढ़ रही हैं। बड़ी पट्टी की ऊपरी रेखा अक्टूबर 2011 और फरवरी 2012 के शिखरों को मिलाती है, जबकि इसकी निचली रेखा दिसंबर 2011 की तलहटी 4531 और मई 2012 की तलहटी को छूती है। इस बड़ी पट्टी की निचली रेखा नवंबर के अंत तक 5250 के आसपास और दिसंबर के अंत में 5300 के पास होगी। वहीं इसकी ऊपरी रेखा नवंबर के अंत में 6200 के पास और दिसंबर के अंत में 6300 के पास होगी। मतलब यह कि अगले 1-2 महीनों में निफ्टी 5250 के नीचे फिसलने पर ही मध्यम से लंबी अवधि के लिए बाजार फिर से कमजोर होगा।
छोटी अवधि यानी 2-4 महीनों के नजरिये से सोचें तो छोटी पट्टी पर ध्यान देना बेहतर है। यह पट्टी भी ऊपर जा रही है। इसकी ऊपरी रेखा अभी 5900 के पास है और नवंबर के अंत में 6050 के पास होगी। इसकी निचली रेखा अभी 5500 के पास है और नवंबर के अंत में 5650 के पास होगी। दरअसल इस पट्टी की निचली रेखा को देख कर भी कई विश्लेषक अंदाजा लगा रहे थे कि 5630 का स्तर टूटने पर निफ्टी इस रेखा को छूने के लिए तो बढ़ेगा ही। अगले कुछ दिनों में ऐसा हो जाये तो कोई आश्चर्य नहीं, मगर अभी तक तो निफ्टी ऐसा करने से बच रहा है।
जब तक निफ्टी इस छोटी पट्टी की निचली रेखा काट कर इससे नीचे न फिसल जाये, तब तक छोटी अवधि के लिए भी बाजार की दिशा को ऊपर ही मानना बेहतर होगा। इसका मतलब यह होगा कि निफ्टी किसी भी गिरावट में इस पट्टी की निचली रेखा पर या उससे पहले ही सहारा लेकर वापस इस पट्टी की ऊपरी रेखा को छूने की ओर बढ़ना चाहेगा। इस लिहाज से नवंबर के दौरान 5900-6050 का लक्ष्य निफ्टी के सामने कायम है। यह फासला केवल 4% से 7% तक दूर है। निफ्टी इतनी दूरी तो अक्सर 2-3 हफ्तों में पार कर लिया करता है।
निफ्टी की यह छोटी पट्टी बीते छह महीनों से चल रही है। अगर अगले चार महीनों तक, यानी फरवरी 2013 के अंत तक निफ्टी इस पट्टी के अंदर ही चलता रह गया, जो बजट का समय होगा, तो उस समय इसे 6100-6500 के बीच कहीं होना चाहिए।
साथ ही, अगर हम अक्टूबर 2010 के शिखर 6339 से लेकर दिसंबर 2011 की तलहटी 4531 तक की गिरावट की संरचना देखें, तो इसमें निफ्टी अभी 61.8% वापसी के स्तर 5649 के आसपास झूल रहा है। अभी यह नहीं कहा जा सकता कि इसने 5649 का स्तर निर्णायक रूप से तोड़ दिया है। अगर यह इसके नीचे कमजोरी दिखाने लगे, तब जरूर 50% वापसी यानी 5435 का स्तर अगला लक्ष्य होगा। लेकिन अगर यह 5649 के ऊपर मजबूती दिखाये तो 80% वापसी यानी 5978 को अगला स्वाभाविक लक्ष्य समझना होगा। जब यह लक्ष्य पार होगा तो 100% वापसी यानी 6339 पर नजर जायेगी।
अगर हम निफ्टी के अलग-अलग सिंपल मूविंग एवरेज (एसएमए) देखें तो मध्यम से लंबी अवधि के लिए सकारात्मक उम्मीदें ही दिखती हैं। निफ्टी का इन दोनों के ऊपर होना इसकी मजबूती दिखाता है। साथ ही, 50 एसएमए का 200 एसएमए के ऊपर चलना भी बाजार के लिए सकारात्मक संकेत है। जब तक 50 एसएमए पक्के तौर पर न टूटे, तब तक बाजार में ज्यादा गिरावट की चिंता नहीं होनी चाहिए। इसके टूटने पर जरूर यह आशंका बन जाती है कि अब निफ्टी 200 एसएमए को छूने की ओर बढ़ेगा।
मोटे तौर पर मुझे लगता है कि निफ्टी के लिए 5400-5550 के बीच कई महत्वपूर्ण सहारे हैं। अगर किसी वजह से 5400 का स्तर टूटे, तभी यह मानना चाहिए कि बाजार ने मध्यम अवधि के लिए अपनी दिशा बदल ली है। लिहाजा इसे ही खतरे का निशान मानें और जब तक बाजार इससे ऊपर रहे, तब तक हर छोटी-मोटी गिरावट को एक मौके की तरह इस्तेमाल करें। Rajeev Ranjan Jha
(शेयर मंथन, 07 नवंबर 2012)
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