

राजीव रंजन झा : फरवरी के अंत तक ऐसा लग रहा था कि भारतीय शेयर बाजार की न केवल छोटी अवधि की, बल्कि मध्यम अवधि की सकारात्मक चाल भी टूटी है।
छोटी अवधि की चाल टूटने की पुष्टि 31 जनवरी - एक फरवरी को ही हो गयी थी, जब निफ्टी (Nifty) अपने दैनिक चार्ट पर 10 और 20 दिनों के सिंपल मूविंग एवरेज (एसएमए) स्तरों के नीचे फिसल गया था। इसीलिए निवेश मंथन पत्रिका के फरवरी अंक में मैंने लिखा था, “यह माना जा सकता है कि 6112 पर छोटी अवधि का एक शिखर बना है।“ लेकिन मार्च के पहले हफ्ते में बाजार का मिजाज कुछ सुधरा है।
छोटी अवधि की कमजोरी से उबरने की शर्त के बारे में मैंने तब लिखा था कि अगर निफ्टी वापस सँभल कर 5979 के ऊपर टिकता नजर आये और साथ ही यह 10 एसएमए और 20 एसएमए के ऊपर लौट आये, तो इसे छोटी अवधि की कमजोरी से उबरने का पहला संकेत मानना चाहिए। लेकिन आठ फरवरी के बाद निफ्टी ऐसा नहीं कर सका। यह दो बार 5970 का स्तर छू कर फिर से नीचे फिसल गया। साथ ही यह 10 और 20 एसएमए दोनों के ऊपर लौट पाने की शर्त भी पूरी नहीं कर सका। लेकिन मार्च के पहले हफ्ते में यह 10 एसएमए (अभी 5784) और 20 एसएमए (अभी 5846) के ऊपर लौटने में कामयाब हुआ है, जिससे छोटी अवधि का रुझान फिर सकारात्मक होने की एक उम्मीद बनती है।
बजट के दिन 28 फरवरी को सुबह-सुबह निफ्टी 5850 के ऊपरी स्तर तक गया था, जो एक तरह से ताजा छोटे शिखर के रूप में उभरा। गुरुवार 7 मार्च को निफ्टी 5850 पार करने में भी सफल रहा। इस तरह छोटी अवधि की चाल सुधरने के आरंभिक संकेत तो मिल रहे हैं। लेकिन क्या अभी यह माना जा सकता है कि भारतीय शेयर बाजार छोटी और मध्यम अवधि की कमजोरी से उबर गया है? या फिर निफ्टी के लिए 5548 एक अधूरे लक्ष्य की तरह है और यह एक वापस उछाल (पुल बैक) पूरी करने के बाद वापस इस निचले लक्ष्य की ओर बढ़ेगा?
अगर एकदम छोटी अवधि की बात करें तो फिलहाल निफ्टी को 5900, 5940 और फिर 5970 के पास बाधा मिलने की संभावना बनी रहेगी। नवंबर 2012 की तलहटी 5548 से जनवरी 2013 के शिखर 6112 तक की उछाल की वापसी में अभी निफ्टी 80% वापसी के स्तर 5661 पर सहारा लेकर ऊपर चढ़ता दिख रहा है। लेकिन इस संरचना में 38.2% वापसी 5896 यानी करीब 5900 पर है। इसके पार होने के बाद 23.6% वापसी का अगला पड़ाव 5979 पर है। लेकिन उससे पहले 5970 पर मौजूद पिछले शिखर पर बाधा मिल सकती है।
अगर निफ्टी 10 एसएमए और 20 एसएमए के ऊपर टिका रह सके तो यह एक-एक करके इन लक्ष्यों को छूने की कोशिश करेगा। वहीं अगर यह फिर से 10 और 20 एसएमए दोनों के नीचे लौट आया तो इसका मतलब यही होगा कि यह 20 नवंबर 2012 को बनी 5548 की तलहटी को छूने की ओर बढ़ रहा है।
अगर निफ्टी ने छोटी अवधि में सकारात्मक रुझान दिखाया भी तो मेरी नजर 5970-6000 के दायरे पर होगी, जहाँ एक बार फिर निफ्टी को काफी बाधा मिल सकती है। अगर यह इस बाधा को पार कर सके, तभी फिर से गिरावट आने की आशंकाएँ टलेंगी। दरअसल अब 5950-6000 के दायरे को मैं मध्यम अवधि के लिए निफ्टी के लिए प्रमुख बाधा के रूप में देख रहा हूँ। Rajeev Ranjan Jha
(शेयर मंथन, 08 मार्च 2013)
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