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अदाणी समूह के स्टॉक एएसएम में डालना नहीं है हिंडनबर्ग के सवालों का जवाब : बसंत माहेश्वरी

अदाणी समूह पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद इस समूह की तीन कंपनियों के स्टॉक अतिरिक्त निगरानी उपाय (Additional Surveillance Measures) की श्रेणी में डाल दिये गये हैं। भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने गुरुवार (02 फरवरी) को समूह की कंपनियों के शेयरों में तेज उतार-चढ़ाव को देखते हुए यह कदम उठाया है। सेबी के इस कदम पर बाजार जानकार बसंत माहेश्वरी का कहना है कि कंपनी के शेयरों को एएसएम में डालने से कंपनी के फंडामेंटल पर या उसके ऋण अदायगी पर कोई असर नहीं होने वाला है।

सेबी ने अदाणी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises), अदाणी पोर्ट्स ऐंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (Adani Ports and Special Economic Zone) और अंबुजा सीमेंट्स (Ambuja Cements) के शेयरों को एएसएम की श्रेणी में डाला है। बाजार नियामक ने अपने सर्कुलर में बताया कि जो मार्जिन निर्धारित किया गया है वो 50% या मौजूदा मार्जिन, जो भी अधिक हो, रहेगा। मार्जिन की अधिकतम सीमा 100% तक ही सीमित रहेगी। सेबी का यह निर्देश सोमवार (06 फरवरी) से शुक्रवार (03 फरवरी) से ओपन सभी पोजीशन और सोमवार से ली जाने वाली न्यू पोजीशन पर लागू माना जायेगा। एएसएम का प्रस्ताव 26 मार्च 2018 को शेयरों में उतार-चढ़ाव और अस्थिरता जैसी स्थितियों की निगरानी करने के लिए किया गया था। किसी कंपनी के स्टॉक एएसएम सूची में उसके भाव में उतार-चढ़ाव या अस्थिरता की निगरानी करने के लिए सेबी द्वारा डाले जाते हैं।

बसंत माहेश्वरी वेल्थ एडवाइजर्स के सह संस्थापक और सहयोगी बसंत माहेश्वरी ने सेबी के इस कदम के बारे में कहा, ‘किसी कंपनी के शेयर आज एएसएम में डाले जा रहे हैं तो कल वे बाहर भी आयेंगे। इससे आप छोटी अवधि में उनके उतार-चढ़ाव की निगरानी तो कर सकते हैं। लेकिन लंबे समय में यह संभव नहीं हो पायेगा।’ इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि स्टॉक एएसएम में डालने से किसी कंपनी के फंडामेंटल नहीं बदल जायेंगे। इसके अलावा उसके ऋण, जो उसे चुकाने हैं, उस पर भी कोई असर नहीं आने वाला है।

वीडियो शेयरिंग वेबसाइट यूट्यूब पर अपने चैनल @bmtheequitydesk में पोस्ट एक वीडियो में उन्होंने कहा कि सेबी के इस कदम से हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में उठाये गये सवालों का समाधान नहीं होता है। अतिरिक्त निगरानी उपाय की श्रेणी में किसी भी स्टॉक को डालने से उसमें इंट्राडे शॉर्टिंग नहीं होगी। उन्होंने दावा किया भारत के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ कि किसी एफ ऐंड ओ के स्टॉक को एएसएम में डाला गया हो 100% मार्जिन के लिए। कैश के स्टॉक डाले जाते रहे हैं।

(शेयर मंथन, 05 फरवरी 2023)

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