आरबीआई ने अर्थव्यवस्था धीमी पड़ने के संकेत दिये
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अब औपचारिक रूप से यह साफ कर दिया है कि भारतीय अर्थव्यवस्था धीमी पड़ती जा रही है। आरबीआई ने अंतरराष्ट्रीय स्थितियों को इसका प्रमुख कारण माना है। इसने मौद्रिक नीतियों की तिमाही समीक्षा से पहले जारी अपनी रिपोर्ट में कहा है कि मजबूत बढ़त दिखाने के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था 2008-09 की दूसरी तिमाही में धीमी पड़ी है। हालाँकि कृषि क्षेत्र की स्थिति ठीक लग रही है, लेकिन औद्योगिक क्षेत्र की विकास दर में तीखी कमी आयी है। साथ ही सेवा क्षेत्र (सर्विस सेक्टर) भी धीमा पड़ रहा है।
आईसीआईसीआई बैंक ने अक्टूबर-दिसंबर की तीसरी तिमाही में अपने कंसोलिडेटेड मुनाफे में अच्छी बढ़त दर्ज की है, हालाँकि इसका स्टैंडअलोन मुनाफा लगभग सपाट रहा है। देश के सबसे बड़े निजी बैंक का तिमाही कंसोलिडेटेड मुनाफा अक्टूबर-दिसंबर 2007 के 1,119.82 करोड़ रुपये से बढ़ कर अक्टूबर-दिसंबर 2008 में 1,559.76 करोड़ रुपये रहा। इसमें 39.29% की बढ़ोतरी दर्ज की गयी। कुल कंसोलिडेटेड तिमाही आय 15,653 करोड़ रुपये की तुलना में 8.11% बढ़ कर 16,923 करोड़ रुपये पर पहुँची।
देश के सबसे बड़े बैंक - भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने तीसरी तिमाही के शानदार कारोबारी नतीजे सामने रखे हैं। इसका कंसोलिडेटेड तिमाही मुनाफा अक्टूबर-दिसंबर 2008 के दौरान 3,607.61 करोड़ रुपये रहा, जो अक्टूबर-दिसंबर 2007 के 2,383.67 करोड़ रुपये से 51.35% ज्यादा है। इस दौरान बैंक की कुल आमदनी 24,381 करोड़ रुपये से बढ़ कर 30,318 करोड़ रुपये पर पहुँची। इसमें 24.35% का इजाफा हुआ।
आंध्र प्रदेश पुलिस ने शनिवार को जानी-मानी ऑडिट फर्म प्राइस वाटरहाउस के दो ऑडिटरों को सत्यम घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किये गये दोनों ऑडिटरों, तलूरी श्रीनिवास और एस गोपालकृष्णन पर आपराधिक षडयंत्र और धोखाधड़ी के आरोप लगाये गये हैं। संभवतः देश में पहली बार ऐसे किसी मामले में किसी ऑडिटर की गिरफ्तारी हुई है। दोनों को हैदराबाद में आठवें अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया। अदालत ने उन्हें 6 फरवरी तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया है।
भारती एयरटेल ने इस कारोबारी साल की तीसरी तिमाही, यानी अक्टूबर-दिसंबर 2008 के अच्छे कारोबारी नतीजे पेश कर अपने ऊपर ब्रोकिंग फर्मों का भरोसा कायम रखा है। इन नतीजों के बाद ज्यादातर ब्रोकिंग फर्मों ने अपनी रिपोर्ट में इन नतीजों को सराहा है। सेंट्रम ब्रोकिंग का कहना है कि ये नतीजे एक सकारात्मक आश्चर्य की तरह सामने आये हैं। एमके ग्लोबल ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि ये नतीजे मोटे तौर पर बाजार की उम्मीदों के मुताबिक रहे हैं।