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लगातार तीसरे महीने घटी खुदरा महँगाई, अब भी रिजर्व बैंक की पहुँच से बाहर

उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित खुदरा महँगाई दर में अक्टूबर में लगातार तीसरे महीने राहत मिली है। सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने सोमवार (14 नवंबर) को अक्टूबर के महँगाई दर के आँकड़े जारी किये। अक्टूबर में खुदरा महँगाई दर लगातार तीसरे महीने घटकर 6.77% पर आ गयी, जो सितंबर 2022 में 7.41% पर थी।

अक्टूबर में 19 महीनों में पहली बार 10% के नीचे आयी थोक महँगाई दर

वाणिज्य मंत्रालय ने सोमवार (14 नवंबर) को अक्टूबर के लिए थोक मूल्य आधारित मुद्रास्फीति (WPI Inflation) के आँकड़े जारी किये। इस दौरान थोक महँगाई दर 19 महीनों में पहली बार 10% से नीचे 8.9% दर्ज की गयी। इससे पहले सितंबर में थोक महँगाई दर 10.7% थी, जबकि अक्टूबर 2021 में यह 13.83% थी। थोक महँगाई दर पिछले तकरीबन डेढ़ साल से 10% से ऊपर बनी हुई थी।

सर्दियों में कुछ घटेगी महँगाई, पर रहेगी आरबीआई की सहन-सीमा के ऊपर ही : क्रिसिल

प्रमुख रेटिंग एजेंसी क्रिसिल (Crisil) का मानना है कि देश में खुदरा महँगाई दर यानी उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स या सीपीआई) के बढ़ने की दर में सर्दियों के मौसम में कुछ राहत मिल सकेगी, हालाँकि इसके बावजूद यह आरबीआई के सहन-सीमा के ऊपर ही रहेगी।

आईएमएफ (IMF) ने भारत की विकास दर (GDP growth) का अनुमान घटा कर 6.8% किया

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष या इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड (IMF) ने चालू वित्त-वर्ष में भारत की विकास दर (GDP growth) का अनुमान घटा कर 6.8% कर दिया है।

5 करोड़ से अधिक कारोबार वालों के लिए ई-इन्वॉइस होगा जरूरी

सालाना 5 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार (टर्नओवर) करने वालों के लिए सरकार नये साल में वस्तु एवं सेवा कर या गुड्स ऐंड सर्विसेज टैक्स (GST) के तहत ई-इन्वॉइस बनाना अनिवार्य करने जा रही है।

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