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इंडिया रेटिंग्स ने 2020-21 में 1.9% विकास दर का अनुमान रखा, 29 साल की सबसे निचली दर होगी

भारत की प्रमुख रेटिंग एजेंसी इंडिया रेटिंग्स ऐंड रिसर्च (India Ratings) ने वित्त वर्ष 2020-21 के लिए सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में वृद्धि दर के अनुमान को फिर से घटा कर 1.9% कर दिया है।

भारत के विदेशी मुद्रा भंडार (Forex Reserves) में लगातार दूसरे हफ्ते हुई वृद्धि

देश के विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves) में सत्रह अप्रैल को खत्म हफ्ते में बढ़ोतरी दर्ज की गयी है।

भारत की विकास दर 2020-21 में -0.9% तक गिरने की आशंका : सीआईआई

देश के प्रमुख उद्योग संगठन भारतीय उद्योग परिसंघ (Confederation of Indian Industry) ने वित्त वर्ष 2020-21 में भारत की विकास दर यानी जीडीपी बढ़ने की दर -0.9% से 1.5% के दायरे में रहने की संभावना जतायी है।

भारतीय कंपनियाँ हो सकती थीं चीन के अधिग्रहण का शिकार

भारत सरकार ने प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) की नीति में संशोधन करते हुए भारत की सीमा से सटे हुए देशों से स्वचालित तरीके (ऑटोमैटिक रूट) से एफडीआई को रोक दिया है। अब इन देशों से कोई भी एफडीआई निवेश भारत सरकार से स्वीकृति मिलने के बाद ही किया जा सकेगा। एफडीआई नीति में इस बदलाव और खास कर चीन से संभावित खतरे को लेकर कुछ अहम सवालों पर प्रस्तुत है द डायलॉग के संस्थापक काजिम रिजवी का नजरिया।

कोरोना से विश्व अर्थव्यवस्था के उबरने पर ही सँभलेगा कच्चा तेल : नरेंद्र तनेजा (Narendra Taneja)

कच्चे तेल की कीमतें अब 20 डॉलर प्रति बैरल के भी नीचे फिसल चुकी हैं और डब्लूटीआई क्रूड का भाव करीब 15 डॉलर पर आ गया है। खबरें तो यह भी आने लगीं कि इसकी दो डॉलर की बोलियाँ भी लगने लगी हैं, हालाँकि बोली लगने का मतलब यह नहीं होता कि उसी भाव पर सौदा भी हो। आगे तेल के बाजार का हाल कब तक बेहाल रहेगा, इस बारे में अपने विचार रख रहे हैं जाने-माने ऊर्जा विशेषज्ञ नरेंद्र तनेजा।

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