कल सेंसेक्स-निफ्टी की दिन भर की चाल को देखें, तो इसमें एक अजीब-सी बेचैनी नजर आती है - लगातार एक असमंजस वाली जद्दोजहद। लगता है कि बाजार अपनी अगली दिशा तय नहीं कर पा रहा। कल पूरे दिन निफ्टी 2,600 के नीचे नहीं गया, 2,700 के ऊपर नहीं गया। इससे पहले मंगलवार को भी निफ्टी एक तीखी गिरावट के साथ खुलने के बाद दिन भर तकरीबन 100 अंकों के दायरे में बंधा रहा। इसे ऊपर की ओर 2,700 को छूने का मौका नहीं मिला। नीचे की ओर 2,570 तक थोड़ी देर के लिए गया, लेकिन मोटे तौर पर 2,600 की लक्ष्मण रेखा बनी रही और अंत में यह 2,658 पर टिका।
आज भारतीय शेयर बाजारों की दिशा सकारात्मक रहने की उम्मीद है। वैश्विक शेयर बाजारों के संकेत अच्छे हैं। वैश्विक स्तर पर और साथ ही घरेलू मोर्चे पर बेहतरी की संभावनाएँ दिख रही हैं। अमेरिका में दिग्गज ऑटो कंपनियों को राहत पैकेज दिया जाने वाला है। हमारे शेयर बाजार भी अच्छी खबरों की उम्मीदें लगाये बैठे हैं।
अमेरिकी अर्थजगत में खराब आंकड़े आने का सिलसिला बुधवार को भी जारी रहा। इंस्टीट्यूट ऑफ सप्लाई मैनेजमेंट ने कहा कि लोगों द्वारा किये जा रहे खर्च में कमी की वजह से बीमा क्षेत्र, होटलों और खुदरा व्यापार पर असर पड़ा और नवंबर महीने में देश में सेवा क्षेत्र नाटकीय तरीके से सिकुड़ गया। सेवा क्षेत्र सूचकांक अक्टूबर के 44.4 की तुलना में घट कर नवंबर महीने में 37.3 रह गया।
भारतीय शेयर बाजारों में आज दिनभर उतार-चढ़ाव चलता रहा। अंत में बीएसई सेंसेक्स हरे निशान पर और निफ्टी लाल निशान पर बंद हुआ। बुधवार को बीएसई सेंसेक्स 8 अंक या 0.09% की बढ़त के साथ 8,747 पर बंद हुआ। एनएसई का निफ्टी 2 अंक या 0.05% की गिरावट के साथ 2,656 पर बंद हुआ। बुधवार को सीएनएक्स मिडकैप में 0.90% की मजबूती रही, जबकि बीएसई का मिडकैप सूचकांक 0.90% और स्मॉलकैप सूचकांक 0.39% की बढ़त दर्ज की।
कारोबारी साल 2008-09 में टाटा स्टील द्वारा शानदार नतीजे देने के बावजूद स्टॉक ब्रोकिंग फर्म सेंट्रम ने इसमें निवेश घटाने की सलाह दी है। सितंबर में खत्म हुई तिमाही में टाटा स्टील द्वारा शुद्ध आय में दर्ज की गयी 213% की बढ़ोतरी दर्ज की गयी है।
मंगलवार की गिरावट के बाद बुधवार के कारोबार में प्रमुख एशियाई शेयर बाजार बढ़त दर्ज करने के बाद बंद हुए। एशियाई बाजारों में इस मजबूती की अगुवाई चीन के शंघाई कंपोजिट सूचकांक ने की, जो 4% की बढ़त के बाद बंद हुआ।
किंगफिशर एयरलाइंस को नौ विदेशी हवाई मार्गों पर उड़ान भरने की अनुमति मिल है। इस खबर से किंगफिशर के शेयरों में मजबूती आ गयी है। कंपनी के शेयर बीएसई में 3.15 बजे 6.3% की वृद्धि के साथ 28.70 रुपये पर कारोबार कर रहे थे।
अंतरराष्ट्रीय खाद्यान्न परिषद ने वैश्विक आर्थिक मंदी के कारण विकासशील देशों में विशेष रूप से एशियाई देशों में गेहूं की खपत में कमी आने का अनुमान लगाया है। आईजीसी (इंटरनेशनल ग्रेन काउंसिल) की ओर से जारी अपनी रिपोर्ट में एशियाई और उप-सहारा देशों के बारे में कहा गया है कि कठिन वित्तीय और मौद्रिक स्थितियों की वजह से अनाज की खपत घट सकती है।
गौरतलब है कि आईजीसी ने वर्ष 2008-09 के लिए दुनिया भर में गेहूं का खपत का अनुमान 10 लाख टन घटाकर 65 करोड़ टन कर दिया है। हालांकि यह आंकड़ा पिछले साल के 61.4 करोड़ टन के आंकड़े से अधिक है।
भारत की दिग्गज सीमेंट निर्माता कंपनी अंबुजा सीमेंट के शिपमेंट में नवंबर महीने में 8.8% की बढ़ोतरी हुई है। यह पिछले साल के नवंबर महीने के 13.6 लाख टन के मुकाबले बढ़ कर नवंबर 2008 में 14.8 लाख टन हो गया है।
सितंबर में खत्म हुई तिमाही में टाटा स्टील द्वारा शुद्ध आय में दर्ज की गयी 213% की बढ़ोतरी का असर आज कंपनी के शेयरों पर भी पड़ा है। बीएसई में दिन के कारोबार में 164.90 रुपये के उच्चतम स्तर तक जाने के बाद 12.56 बजे कंपनी के शेयर 7.64% की मजबूती के साथ 160 रुपये पर चल रहे हैं।
इडेलवाइज ने रियल एस्टेट पर अपनी ताजा रिपोर्ट में सलाह दी है कि निवेशकों को डीएलएफ में अपना निवेश घटाना चाहिए। लेकिन साथ ही इसने ऑर्बिट कॉर्पोरेशन में खरीदारी की सलाह भी दी है। यूनिटेक, शोभा डेवलपर्स, पूर्वांकर प्रोजेक्ट्स, इंडियाबुल्स रियल एस्टेट और अनंत राज इंडस्ट्रीज को अपनी रिपोर्ट में शामिल करने के बावजूद इडेलवाइज ने इन कंपनियों को कोई रेटिंग नहीं दी है।
2.43: भारतीय शेयर बाजारों में आज के कारोबार में उतार-चढ़ाव का दौर जारी है। यूरोपीय बाजारों के कमजोर खुलने के बाद शेयर बाजारों में इस समय गिरावट बढ़ गयी है। सेंसेक्स 108 अंकों की गिरावट के साथ 8,631 पर है, जबकि निफ्टी 39 अंक नीचे 2,619 पर है। बीएसई आईटी सूचकांक में करीब 4% की गिरावट है। टीईसीके सूचकांक 3.32% नीचे चल रहा है। धातु सूचकांक में 2.1% की मजबूती है। रियल्टी सूचकांक में 1.56% और बैंकिंग सूचकांक में 1.3% की बढ़त है। टाटा स्टील में 8.1%, जयप्रकाश एसोसिएट्स में 4.7%, एसबीआई में 4.2%,मारुति सुजुकी में 3.12% और डीएलएफ में 3% की बढ़त है। विप्रो में 5.8%, इन्फोसिस में 4.74% और हिंडाल्को इंडस्ट्रीज में 3.8% की गिरावट है। रिलायंस कम्युनिकेशंस, ओएनजीसी, सत्यम कंप्यूटर्स और भारती एयरटेल में 2.5% से अधिक कमजोरी है।
वित्त मंत्रालय की बागडोर संभालने के बाद कल प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पहली महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक के बाद भले ही तुरंत कोई फैसला नहीं लिया गया, लेकिन यह उम्मीद की जा रही है कि जल्दी ही, शायद अगले हफ्ते की शुरुआत में ही सरकार की ओर से कुछ बड़े कदम उठाये जा सकते हैं। सूत्रों के हवाले से जो खबरें मीडिया ने छापी हैं, उनके मुताबिक बुनियादी ढाँचा क्षेत्र के लिए एक खास फंड बना कर 50,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि उपलब्ध करायी जायेगी। निर्यातकों के लिए सस्ता कर्ज उपलब्ध कराया जायेगा, खास कर कपड़ा, हस्तशिल्प (हैंडीक्राफ्ट) और चमड़ा उत्पादों के निर्यातकों पर ज्यादा ध्यान रहेगा। इसी तरह सस्ते घरों के लिए कर्ज पर भी राहत दी जायेगी और संभवतः 10 लाख रुपये तक के घर कर्ज को ज्यादा सस्ता बनाया जायेगा।
आज अंतरराष्ट्रीय संकेत ठीक-ठाक दिख रहे हैं। साथ ही कल के कारोबारी सत्र के दूसरे हिस्से में हमारे शेयर बाजार वापस संभले थे। इसलिए आज के बारे में मेरा मानना है कि हमारे बाजारों की ठीक-ठाक शुरुआत होगी। आज बाजार का रुझान ऊपर की ओर रहने की ज्यादा संभावना है और बाद में धीरे-धीरे बाजार की मजबूती बढ़ भी सकती है।
तीन दिग्गज ऑटो निर्माताओं फोर्ड, जनरल मोटर्स और क्रिसलर द्वारा कांग्रेस के सामने अपनी योजनाएं रखने की तैयारी के बीच फोर्ड के अध्यक्ष के इस बयान से अमेरिकी शेयर बाजारों को सांत्वना मिली कि उसके पास साल 2009 तक के लिए पर्याप्त नकदी है और हो सकता है कि उसे सरकारी सहायता की जरूरत न भी पड़े। दूसरी ओर जनरल इलेक्ट्रिक द्वारा लाभांश दिये जाने की उम्मीद की घोषणा ने भी बाजार को सहारा दिया।
भारतीय शेयर बाजार आज फिर लाल निशान पर बंद हुए। दोपहर के सत्र में 300 से अधिक अंकों की गिरावट पर चल रहे शेयर बाजारों ने कुछ हद तक वापसी की और बीएसई सेंसेक्स 101 अंक या 1.14% की कमजोरी के साथ 8,739 पर बंद हुआ। एनएसई का निफ्टी 25 अंक या 0.94% की गिरावट के साथ 2,658 पर बंद हुआ। दोपहर बाद भारतीय विदेश मंत्री प्रणव मुखर्जी के इस बयान ने भारतीय शेयर बाजार को आशान्वित कर दिया कि भारत अपने पड़ोसी देश पर सैन्य करने पर विचार नहीं कर रहा है। बाजार विशेषज्ञ नीरज दीवान के अनुसार, यूरोपीय बाजारों में आयी वापसी और डॉव जोंस वायदा की सकारात्मक शुरूआत की वजह से भारतीय बाजार वापसी करने में कुछ हद तक सफल रहे।
एआई बबल (AI Bubble) – यानी कृत्रिम मेधा (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस या एआई) पर केंद्रित शेयरों में बुलबुला – इस मुद्दे पर सारी दुनिया में बहस चल रही है और भारत में एआई की ज्यादा कहानियाँ नहीं होने के बाद भी भारत का इस मुद्दे से बहुत लेना-देना है।
संवत 2081 में पूरे साल बाजार थका रहा, पर बीतते-बीतते यह संवत एक नया जोश देते हुए जा रहा है। अभी हाल तक बाजार में सभी यह चर्चा कर रहे थे कि पिछली दीपावली से इस दीपावली तक तो बाजार में नुकसान ही है, या पैसे नहीं बने।