घरेलू पॉल्टी उद्योग की ओर से सोयामील की कमजोर माँग और किसानो के पास लगभग 38.53 लाख टन के भारी स्टॉक के कारण हाजिर बाजारों में नरमी के सेंटीमेंट को देखते हुए पता चलता है कि सोयाबीन की कीमतों में बढ़त सीमित रह सकती है।
संवत 2081 में पूरे साल बाजार थका रहा, पर बीतते-बीतते यह संवत एक नया जोश देते हुए जा रहा है। अभी हाल तक बाजार में सभी यह चर्चा कर रहे थे कि पिछली दीपावली से इस दीपावली तक तो बाजार में नुकसान ही है, या पैसे नहीं बने।
आम लोग खुश हैं कि जीएसटी कम होने से चीजें सस्ती होंगी। महँगाई दर घटने वाला सस्तापन नहीं, असल में आपको पहले से कम पैसे खर्च करके सामान मिलेंगे। और सस्ता होने वाले सामानों की सूची बहुत लंबी है, अमीर-गरीब सबको फायदा मिलने जा रहा है।