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ये दो दिन तय करेंगे बाजार की अगली दिशा

राजीव रंजन झा : बीते पूरे हफ्ते के दौरान भारतीय शेयर बाजार गिरावट के संकेत दे कर डराता रहा, लेकिन नीचे जाने से हिचकता भी रहा।

गौर करें कि इससे पिछले हफ्ते में गुरुवार 6 दिसंबर को निफ्टी ने 5839 का निचला स्तर छुआ था। बीते शुक्रवार 14 दिसंबर को भी निफ्टी ने 5839 का ही निचला स्तर बनाया। इस तरह लगातार दो हफ्तों में निफ्टी ठीक 5839 के स्तर पर सहारा लेता दिखा है। यह बात आगे की चाल के लिए 5839 को काफी महत्वपूर्ण बना रही है। ध्यान रखें कि शुक्रवार को वापस सँभलने के बावजूद निफ्टी 10 दिनों के सिंपल मूविंग एवरेज (एसएमए) 5893 के नीचे ही रह गया और इसका बंद स्तर 5880 रहा। इसलिए अगर नये हफ्ते में निफ्टी 5839 के नीचे गया तो इससे छोटी अवधि के लिए दबाव बढ़ने का स्पष्ट संकेत मिल जायेगा। तब जैसा मैंने 12 दिसंबर की सुबह लिखा था, निफ्टी के 20 एसएमए तक फिसलने की गुंजाइश बन जायेगी। हालाँकि 20 एसएमए पहले जहाँ 5750 के पास चल रहा था, वह अब थोड़ा ऊपर 5779 पर आ गया है।
अगर निफ्टी 5750 तक भी फिसले, तो इसे 400 अंक से ज्यादा की उछाल के बाद एक स्वाभाविक वापसी के रूप में देखा जा सकता है। निफ्टी ने 20 नवंबर की तलहटी 5548 से 11 दिसंबर के ताजा शिखर 5965 तक 417 अंक की उछाल भरी, जिसकी 50% वापसी का स्तर 5756 पर है। लेकिन अभी तो निफ्टी ने इस ताजा उछाल की 38.2% वापसी का स्तर 5806 भी नहीं तोड़ा है। अगर निफ्टी 5806 का स्तर छुए बिना ऊपर की निकल जाये और 5965 को पार कर ले, तो यह बाजार का रुझान तेज होने का स्पष्ट संकेत होगा। किसी उछाल की वापसी में अगर भाव 38.2% का स्तर भी न तोड़े तो यही माना जा सकता है कि तेजी का दौर अभी बाकी है।
सोमवार को नये हफ्ते की शुरुआत में भारतीय शेयर बाजार के सामने कई सकारात्मक खबरे हैं। शुक्रवार को महँगाई दर 10 महीनों के निचले स्तर 7.24% पर आ गयी, जिससे 18 दिसंबर को आरबीआई की समीक्षा बैठक में ब्याज दरें घटने की उम्मीद बढ़ी हैं। जानकार कह रहे हैं कि अगर ब्याज दरें न भी घटें तो कम-से-कम सीआरआर में कटौती तो हो ही सकती है।
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बीते गुरुवार की शाम को जो महत्वपूर्ण फैसले किये, उनका कोई खास सकारात्मक असर शुक्रवार की सुबह नजर नहीं आया था। लेकिन इसके साथ अगर ब्याज दर या सीआरआर में कटौती की खबर भी जुड़ जाये तो निश्चित रूप से बाजार में नयी उछाल के लिए पर्याप्त ईंधन जमा हो जायेगा। हालाँकि आरबीआई ने एक अरसे से बड़ा अड़ियल रुख दिखाया है। इसके मद्देनजर संभव है कि सोमवार को बाजार ज्यादा उत्साह न दिखाये और मंगलवार को आरबीआई के फैसला क्या रहता है, इसे देख लेने का इंतजार करना बेहतर समझे।
फिलहाल बाजार की अगली चाल को पकड़ने का एक खास सूत्र यही है कि अगर निफ्टी शुक्रवार के निचले स्तर 5838 को तोड़े तो कमजोरी बढ़ने की संभावना देखें और अगर यह शुक्रवार के ऊपरी स्तर 5886 और 10 एसएमए के स्तर 5893 को पार करके इनके ऊपर टिकता दिखे तो इसे नयी मजबूत चाल का पहला संकेत मानें। इस सोम-मंगल तक बाजार की स्थिति काफी स्पष्ट हो जानी चाहिए। Rajeev Ranjan Jha
(शेयर मंथन, 17 दिसंबर 2012)

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