आम बजट 2019-20 पर विचार व्यक्त करते हुए सीआईआई पश्चिमी क्षेत्र के अध्यक्ष और बजाज फिनसर्व के प्रबंध निदेशक संजीव बजाज ने कहा है कि नयी सरकार का पहला बजट अगले पाँच वर्षों के लिए सरकार के संपूर्ण विचार का खाका खींचता नजर आता है, जिसमें बुनियादी ढाँचे, निवेश, सरकार के विनिवेश कार्यक्रम से लेकर प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष करों में बदलाव तक शामिल हैं।
इस बजट में इंटरप्रेन्योरशिप, स्टार्ट-अप, डिजिटल इंडिया और एमएसएमई पर काफी स्पष्ट जोर है, जो भारत के विकास की रीढ़ की हड्डी हैं। विश्व स्तरीय संस्थानों की स्थापना की सोच देख कर काफी खुश हूँ। दुनिया के शीर्ष 200 संस्थानों में अब भारत के तीन संस्थान शामिल हैं। यह देखना अहम होगा कि इन सारी चीजों को सरकार जमीन पर कैसे उतारती है क्योंकि वह प्रक्रिया ही विचारों और कार्यों के बीच का अंतर जाहिर करेगी। बजट स्पष्ट तौर पर तुरंत रोजगार के सृजन, भूमि सुधारों, श्रम सुधारों और छोटी व लंबी दोनों अवधि के लिए नकदी की उपलब्धता पर ध्यान देता है। इसी से अर्थव्यवस्था को अगले पाँच वर्षों में 8% के सीएजीआर से बढ़ाने और इसे पाँच लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के सरकार के लक्ष्य को हासिल करने में मदद मिलेगी। (शेयर मंथन, 05 जुलाई 2019)