भारत के विदेशी मुद्रा भंडार (Forex Reserves) में लगातार दूसरे हफ्ते हुई वृद्धि
देश के विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves) में सत्रह अप्रैल को खत्म हफ्ते में बढ़ोतरी दर्ज की गयी है।
देश के विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves) में सत्रह अप्रैल को खत्म हफ्ते में बढ़ोतरी दर्ज की गयी है।
देश के प्रमुख उद्योग संगठन भारतीय उद्योग परिसंघ (Confederation of Indian Industry) ने वित्त वर्ष 2020-21 में भारत की विकास दर यानी जीडीपी बढ़ने की दर -0.9% से 1.5% के दायरे में रहने की संभावना जतायी है।
भारत सरकार ने प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) की नीति में संशोधन करते हुए भारत की सीमा से सटे हुए देशों से स्वचालित तरीके (ऑटोमैटिक रूट) से एफडीआई को रोक दिया है। अब इन देशों से कोई भी एफडीआई निवेश भारत सरकार से स्वीकृति मिलने के बाद ही किया जा सकेगा। एफडीआई नीति में इस बदलाव और खास कर चीन से संभावित खतरे को लेकर कुछ अहम सवालों पर प्रस्तुत है द डायलॉग के संस्थापक काजिम रिजवी का नजरिया।
कच्चे तेल की कीमतें अब 20 डॉलर प्रति बैरल के भी नीचे फिसल चुकी हैं और डब्लूटीआई क्रूड का भाव करीब 15 डॉलर पर आ गया है। खबरें तो यह भी आने लगीं कि इसकी दो डॉलर की बोलियाँ भी लगने लगी हैं, हालाँकि बोली लगने का मतलब यह नहीं होता कि उसी भाव पर सौदा भी हो। आगे तेल के बाजार का हाल कब तक बेहाल रहेगा, इस बारे में अपने विचार रख रहे हैं जाने-माने ऊर्जा विशेषज्ञ नरेंद्र तनेजा।
देश के विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves) या फॉरेक्स (Forex) में दस अप्रैल को खत्म हफ्ते में वृद्धि दर्ज की गयी है।