शेयर मंथन में खोजें

दिल्ली में बना रहेगा कोहरा, जम्मू-कश्मीर में घटेंगी बारिश की गतिविधियाँ - स्काईमेट (Skymet)

मौसम भविष्यवक्ता एजेंसी स्काईमेट (Skymet) के मुताबिक अगले 24 घंटों के दौरान जम्मू-कश्मीर के पश्चिमी हिस्सों में बारिश की गतिविधियाँ घट जायेंगी।

हालाँकि हिमाचल, जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड के पूर्वी हिस्सों में बारिश जारी रहेगी। चूँकि पश्चिमी विक्षोभ अब दूर जा रहा है, इसलिए उत्तर-पश्चिमी भारत में रात के तापमान में गिरावट देखी जायेगी। साथ ही धुंध के बढ़ने की संभावना है। देश के पूर्वी हिस्सों में अरुणाचल प्रदेश, पूर्वी असम के कुछ इलाकों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में बारिश की उम्मीद है। वहीं दिल्ली में सुबह के दौरान घना कोहरा बना रहेगा।
उधर बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में शुष्क मौसम अनुभव किया जायेगा। इसके अलावा ओडिशा के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश की संभावना है। महाराष्ट्र को छोड़ कर मध्य भारत में मौसम शुष्क रहेगा। मध्य-पूर्वी अरब सागर से मध्य महाराष्ट्र तक एक ट्रफ रेखा जा रही है। इसके कारण दक्षिण में बारिश का अनुमान है। साथ ही मुंबई सहित उत्तर-मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में कुछ जगहें में वर्षा भी हो सकती हैं। विदर्भ क्षेत्र के शुष्क रहने का अनुमान है।
देश में पिछले 24 घंटों के दौरान दर्ज किया गया मौसम
पिछले 24 घंटों के दौरान जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में मध्यम वर्षा दर्ज की गयी। यहाँ पर एक-दो जगह पर भारी वर्षा भी हुई। इसके अलावा इन क्षेत्रों के ऊँचे इलाकों में बर्फबारी हुई है। वहीं दक्षिण में तमिलनाडु और केरल में मध्यम वर्षा दर्ज की गयी। वहीं उत्तराखंड, पंजाब, आंध्र प्रदेश तट, रायलसीमा, तेलंगाना, गंगीय पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर राज्यों में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश देखी गयी।
उधर उत्तरी राजस्थान, उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश और दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में हल्की बारिश हुई। पूर्वोत्तर राज्यों, भारत के पूर्वी हिस्सों और उत्तर-पश्चिमी मैदानों पर धुंध छायी रही। वहीं केंद्रीय हिस्सों में शुष्क मौसम जारी रहा। कच्छ क्षेत्र में मौसम गर्म रहा।
देश भर में बने मौसमी सिस्टम
पश्चिमी विक्षोभ अब जम्मू-कश्मीर और इसके आस-पास के इलाकों के ऊपर है। इसके प्रभाव से एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र हरियाणा और इसके आस-पास के इलाकों पर बना हुआ है। एक अन्य चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र कोमोरिन क्षेत्र पर देखा जा सकता है। एक ट्रफ रेखा यहाँ से लक्षद्वीप तक जा रही है। एक दूसरी ट्रफ रेखा निचले स्तर पर पूर्वी अरब सागर से महाराष्ट्र तक जा रही है। एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बांगलादेश और और इसके साथ लगे उत्तर-पूरवी राज्यों पर है। (शेयर मंथन, 03 नवंबर 2018)

कंपनियों की सुर्खियाँ

निवेश मंथन : डाउनलोड करें

बाजार सर्वेक्षण (जनवरी 2023)

Flipkart

विश्व के प्रमुख सूचकांक

निवेश मंथन : ग्राहक बनें

शेयर मंथन पर तलाश करें।

Subscribe to Share Manthan

It's so easy to subscribe our daily FREE Hindi e-Magazine on stock market "Share Manthan"