अंबुजा सीमेंट का शिपमेंट 8.8% बढ़ा
भारत की दिग्गज सीमेंट निर्माता कंपनी अंबुजा सीमेंट के शिपमेंट में नवंबर महीने में 8.8% की बढ़ोतरी हुई है। यह पिछले साल के नवंबर महीने के 13.6 लाख टन के मुकाबले बढ़ कर नवंबर 2008 में 14.8 लाख टन हो गया है।
भारत की दिग्गज सीमेंट निर्माता कंपनी अंबुजा सीमेंट के शिपमेंट में नवंबर महीने में 8.8% की बढ़ोतरी हुई है। यह पिछले साल के नवंबर महीने के 13.6 लाख टन के मुकाबले बढ़ कर नवंबर 2008 में 14.8 लाख टन हो गया है।
सितंबर में खत्म हुई तिमाही में टाटा स्टील द्वारा शुद्ध आय में दर्ज की गयी 213% की बढ़ोतरी का असर आज कंपनी के शेयरों पर भी पड़ा है। बीएसई में दिन के कारोबार में 164.90 रुपये के उच्चतम स्तर तक जाने के बाद 12.56 बजे कंपनी के शेयर 7.64% की मजबूती के साथ 160 रुपये पर चल रहे हैं।
इडेलवाइज ने रियल एस्टेट पर अपनी ताजा रिपोर्ट में सलाह दी है कि निवेशकों को डीएलएफ में अपना निवेश घटाना चाहिए। लेकिन साथ ही इसने ऑर्बिट कॉर्पोरेशन में खरीदारी की सलाह भी दी है। यूनिटेक, शोभा डेवलपर्स, पूर्वांकर प्रोजेक्ट्स, इंडियाबुल्स रियल एस्टेट और अनंत राज इंडस्ट्रीज को अपनी रिपोर्ट में शामिल करने के बावजूद इडेलवाइज ने इन कंपनियों को कोई रेटिंग नहीं दी है।
2.43: भारतीय शेयर बाजारों में आज के कारोबार में उतार-चढ़ाव का दौर जारी है। यूरोपीय बाजारों के कमजोर खुलने के बाद शेयर बाजारों में इस समय गिरावट बढ़ गयी है। सेंसेक्स 108 अंकों की गिरावट के साथ 8,631 पर है, जबकि निफ्टी 39 अंक नीचे 2,619 पर है। बीएसई आईटी सूचकांक में करीब 4% की गिरावट है। टीईसीके सूचकांक 3.32% नीचे चल रहा है। धातु सूचकांक में 2.1% की मजबूती है। रियल्टी सूचकांक में 1.56% और बैंकिंग सूचकांक में 1.3% की बढ़त है। टाटा स्टील में 8.1%, जयप्रकाश एसोसिएट्स में 4.7%, एसबीआई में 4.2%,मारुति सुजुकी में 3.12% और डीएलएफ में 3% की बढ़त है। विप्रो में 5.8%, इन्फोसिस में 4.74% और हिंडाल्को इंडस्ट्रीज में 3.8% की गिरावट है। रिलायंस कम्युनिकेशंस, ओएनजीसी, सत्यम कंप्यूटर्स और भारती एयरटेल में 2.5% से अधिक कमजोरी है।
राजीव रंजन झा
वित्त मंत्रालय की बागडोर संभालने के बाद कल प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पहली महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक के बाद भले ही तुरंत कोई फैसला नहीं लिया गया, लेकिन यह उम्मीद की जा रही है कि जल्दी ही, शायद अगले हफ्ते की शुरुआत में ही सरकार की ओर से कुछ बड़े कदम उठाये जा सकते हैं। सूत्रों के हवाले से जो खबरें मीडिया ने छापी हैं, उनके मुताबिक बुनियादी ढाँचा क्षेत्र के लिए एक खास फंड बना कर 50,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि उपलब्ध करायी जायेगी। निर्यातकों के लिए सस्ता कर्ज उपलब्ध कराया जायेगा, खास कर कपड़ा, हस्तशिल्प (हैंडीक्राफ्ट) और चमड़ा उत्पादों के निर्यातकों पर ज्यादा ध्यान रहेगा। इसी तरह सस्ते घरों के लिए कर्ज पर भी राहत दी जायेगी और संभवतः 10 लाख रुपये तक के घर कर्ज को ज्यादा सस्ता बनाया जायेगा।