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कमजोर शुरुआत के बाद थोड़ा संभलेंगे बाजार

आशीष कपूर, सीईओ, इन्वेस्ट शॉपे

शुक्रवार को भारतीय बाजार में अच्छी मजबूती दिखी थी। लेकिन नये सप्ताह के पहले कारोबारी दिन आज सुबह एशियाई बाजारों में कमजोरी है, इसलिए भारतीय बाजार भी शुक्रवार के बंद स्तर से थोड़ा नीचे खुलने की संभावना है। बाद में बाजार थोड़ा ऊपर उठ सकता है, लेकिन ऐसी उम्मीद नहीं लग रही है कि यह बाद में कोई खास वापसी करेगा।

अमेरिका रहा मजबूत, एशियाई बाजारों में लाली

न्यूयार्क फेडरल रिजर्व बैंक के अध्यक्ष टिमोथी गिथनर को भावी राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा अपना वित्त सचिव नियुक्त किये जाने की संभावना की खबर आने के बाद शुक्रवार को अमेरिकी बाजारों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। अमेरिकी अर्थव्यवस्था के मौजूदा हालात से चिंतित निवेशकों ने, जो वर्तमान वित्त सचिव के तरीकों से संतुष्ट नहीं हैं, इसे बेहतर बनाने की मुख्य जिम्मेदारी गिथनर को दिये जाने के समाचार के प्रति उत्साहजनक प्रतिक्रिया व्यक्त की, जिसकी वजह से डॉव जोंस में 6.5% से अधिक की मजबूती देखने को मिली। नैस्डैक कंपोजिट में भी 5% से अधिक बढ़त दर्ज की गयी।

सेंसेक्स 464 अंक ऊपर चढ़ा

सात दिनों की लगातार गिरावट के बाद आज कारोबारी हफ्ते के अंतिम दिन भारतीय शेयर बाजारों ने अच्छी बढ़त दर्ज की। शुक्रवार को बीएसई सेंसेक्स 464 अंक यानी 5.49%  की बढ़त के साथ 8,915 पर बंद हुआ। एनएसई का निफ्टी भी 140 अंक यानी 5.50% की तेजी के साथ 2693 पर बंद हुआ। आज की तेजी में सबसे ज्यादा योगदान पावर, तेल और गैस, कैपिटल गुड्स, टीईसीके, पीएसयू, आईटी और बैंकिंग क्षेत्रों का रहा। बीएसई में इन सभी क्षेत्रों के सूचकांक तकरीबन 4.5-6.2% की उछाल के साथ बंद हुए।

आज सीएनएक्स मिडकैप ने हल्की बढ़त रही। इसी तरह बीएसई का मिडकैप सूचकांक और स्मॉलकैप सूचकांक भी हल्की तेजी के साथ बंद हुआ। यदि सेंसेक्स के शेयरों की बात करें, तो स्टरलाइट इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी, मारुति सुजुकी, टाटा मोटर्स, आईसीआईसीआई बैंक और विप्रो ने उछाल दर्ज की। लेकिन डीएलएफ, जयप्रकाश एसोसिएट्स, एसीसी और टाटा पावर में गिरावट रही।

आज भी कमजोरी की संभावना

सलिल शर्मा, पार्टनर, कपूर शर्मा एंड कंपनी

अंतरराष्ट्रीय बाजारों से मिल रहे कमजोर संकेतों के मद्देनजर आज भारतीय बाजारों में भी कमजोरी रहने की संभावना है। कल निफ्टी 2,500 के स्तर को बरकरार रखने में कामयाब हो गया था, लेकिन यदि आज यह स्तर टूट जाता है, तो फिर यह 2,200 के स्तर को परखेगा। यह जरूरी नहीं है कि ऐसा आज ही हो जाये, लेकिन आने वाले कुछ सत्रों में यह हो सकता है। चूंकि हम अपने सारे संकेत अंतरराष्ट्रीय बाजारों से ही ले रहे हैं, इसलिए यहाँ भी वापसी की उम्मीद तभी की जा सकती है, जब अंतरराष्ट्रीय बाजारों में वापसी के संकेत मिलेंगे।

विपक्ष के दरवाजे उद्योग

राजीव रंजन झा
देश के तमाम दिग्गज उद्योगपति मांगपत्रों का चिट्ठा लेकर सामने बैठे हों, यह नजारा केवल प्रधानमंत्री और दूसरे वरिष्ठ केंद्रीय मंत्रियों के साथ ही दिखता है। लेकिन कल यह नजारा विपक्ष के नेता लालकृष्ण आडवाणी के दरबार का था। यह बैठक आर्थिक संकट से भारत को बचाने में कितनी मददगार होगी, यह तो बाद की बात है, लोगों का सबसे पहला ध्यान इस बात पर गया कि इसमें दोनों अंबानी बंधु पधारे, हाथ मिलाया और एक-दूसरे का हाथ कस कर पकड़ा! इस दृश्य की नाटकीयता चाहे जितनी भी हो, यह इस बात का एक प्रमाण है कि उद्योग जगत ने बीजेपी के बुलावे को कितनी गंभीरता से लिया। तो क्या उद्योग जगत बीजेपी की अगली सरकार बनती देख रहा है? जी नहीं, लेकिन वह मौजूदा यूपीए गठबंधन की धुरी का काम कर रही कांग्रेस से बस थोड़ी-सी सीटें कम पाकर पिछले साढ़े चार साल से विपक्ष की भूमिका निभा रही बीजेपी को नजरअंदाज भी नहीं कर सकता।

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