आज सोमवार को भारतीय शेयर बाजार ने हफ्ते की शुरुआत भारी गिरावट के साथ की थी, मगर बाद में यह निचले स्तरों से काफी सँभल गया।
बीएसई का सेंसेक्स (Sensex) पिछले बंद स्तर 24,934.33 की तुलना में 24,787.11 पर खुला और नीचे 24,598.90 तक फिसला। दिन के सबसे निचले स्तर पर सेंसेक्स 335 अंक की गिरावट दर्शा रहा था। मगर सुबह के कारोबार में ही बने इस निचले स्तर के बाद यह धीरे-धीरे सँभलता गया। दोपहर लगभग 2.30 बजे यह कुछ मिनटों के लिए हरे निशान में भी आ गया, मगर तुरंत ही फिर से लाल निशान में लौट गया। अंत में यह 109.29 अंक या 0.44% की कमजोरी के साथ 24,825.04 पर बंद हुआ।
एनएसई का निफ्टी 50 (Nifty 50) भी 37.50 अंक या 0.49% की गिरावट के साथ 7,563.85 पर बंद हुआ। सुबह के कारोबार में यह थोड़ी देर के लिए 7,500 के भी नीचे फिसल गया और 7,494.35 तक गिरा। इसका आज का ऊपरी स्तर 7,605.10 रहा।
क्वांटम सिक्योरिटीज के निदेशक नीरज दीवान ने आज के इस उतार-चढ़ाव पर कहा, "तेजड़ियों के लिए यह महत्वपूर्ण था कि वे 7,500 के महत्वपूर्ण स्तर को बचा कर रख सकें। यूरोप के बाजार से भी मदद मिली।" गौरतलब है कि यूरोपीय बाजार आज कमजोर खुले, मगर जल्दी ही हरे निशान में आ गये। भारतीय बाजार बंद होने के समय तक प्रमुख यूरोपीय बाजारों में लगभग 0.5% की बढ़त दिख रही थी। नीरज दीवान ने आगे कहा, "मुझे ऐसा लगता है कि हम एक तलहटी (बॉटम) के पास हैं। लेकिन छोटी अवधि में भारतीय बाजार की स्थिति वैश्विक बाजारों की चाल पर निर्भर करेगी।"
आईडीबीआई कैपिटल के रिसर्च प्रमुख ए. के. प्रभाकर के मुताबिक निफ्टी ने भले ही 7,490 को सुरक्षित बचा लिया हो, मगर जब 7,725 पर बने आइलैंड रिवर्सल का स्तर पार नहीं होता, तब तक स्थिति नहीं सुधरेगी। प्रभाकर का कहना है कि बाजार में उछाल को अपने उधारी सौदे घटाने और एक हद तक अपनी नकदी की मात्रा बढ़ाने के लिए करना चाहिए। प्रभाकर सचेत करते हैं कि अगर निफ्टी 7,490 से नीचे फिसला तो आगे इसकी गिरावट 10-15% तक भी हो सकती है।
शुरुआती कारोबार में बाजार में गिरावट की मार चौतरफा दिख रही थी, जिसमें सेंसेक्स और निफ्टी 50 के अधिकांश शेयर लाल निशान में थे। बाजार बंद होते समय भी सेंसेक्स के 30 में 22 शेयर लाल निशान में रहे, जबकि निफ्टी 50 के 50 में से 32 शेयर गिरावट के साथ बंद हुए। सेंसेक्स के दिग्गज शेयरों में महिंद्रा ऐंड महिंद्रा (-3.40%), विप्रो (-3.27%), अदाणी पोर्ट्स (-3.13%), बीएचईएल (-2.57%), डॉ. रेड्डीज (-2.26%) और एसबीआई (-2.23%) सबसे ज्यादा नुकसान पर रहे। दूसरी ओर रिलायंस (2.69%), टाटा मोटर्स (2.04%), मारुति सुजुकी (1.51%), एनटीपीसी (1.47%), आईटीसी (0.85%) और ऐक्सिस बैंक (0.82%) हरे निशान में बंद हुए।
छोटे-मँझोले शेयरों पर भी दबाव बना रहा। हालाँकि मँझोले सूचकांक भी निचले स्तरों से सँभले, मगर अंत में इनकी गिरावट सेंसेक्स और निफ्टी 50 की तुलना में ज्यादा रही। बीएसई मिडकैप में 0.95% और बीएसई स्मॉलकैप में 0.47% की कमजोरी रही। एनएसई में निफ्टी मिडकैप 100 में 0.79% और निफ्टी स्मॉल 100 में 0.40% की गिरावट नजर आ रही है। (शेयर मंथन, 11 जनवरी 2016)
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