
यूरोपिय संघ (ईयू) में ब्रिटेन के भविष्य को लेकर हुए जनमत संग्रह के नतीजों से साफ हो गया कि ब्रिटेन अब ईयू का हिस्सा नहीं रहेगा।
ब्रिटेन के करीब 52% लोगों ने ईयू से बाहर निकलने के पक्ष में वोट किया। इसके बाद कई दिनों से अमेरिकी बाजार में जिस वजह से उतार-चढ़ाव चल रहा था, उसका भयंकर नतीजा ब्रेक्जिट यानि ब्रिटेन के ईयू से बाहर निकलने के रूप में सामने आ गया। कल का शुक्रवार अमेरिकी बाजार का पिछले 10 महीनों का सबसे बुरा दिन रहा। ब्रेक्जिट के कारण हुई कल की जबरदस्त गिरावट से एसऐंडपी 500 में पिछले साल अगस्त के बाद सबसे बड़ी गिरावट आयी और इसी के साथ यह 2016 में नकारात्मक स्थिति में पहुँच गया।
शुक्रवार को डॉव जोंस इंडस्ट्रियल एवरेज (Dow Jones Industrial Average) 610.32 अंक (3.39%) की गिरावट के साथ 17,400.75 पर बंद हुआ। वहीं नैस्डैक कंपोजिट (Nasdaq Composite) में 202.06 अंक (4.12%) की कमजोरी दिखी और यह 4,707.98 पर बंद हुआ। इसके अलावा एसऐंडपी 500 (S&P500) में भी 75.91 अंक (3.59%) की गिरावट आयी और यह 2,037.41 पर बंद हुआ।
इसी बीच बाजार के जानकारों ने कहा कि अब इस वर्ष फेडरल रिजर्व संभवत: ब्याज दरों में और वृद्धि नहीं करेगा। इसके अलावा कल समाप्त हुए कारोबारी सप्ताह में डॉव जोंस और एसऐंडपी 500 में 1.6% की गिरावट आयी, जो कि इन दोनों सूचकांकों में फरवरी के बाद सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट है। कल अमेरीकी बाजार का पिछले करीब 5 सालों का सबसे व्यस्त दिन भी रहा। कल अमेरिकी बाजार में लगभग 1,530 करोड़ शेयरों में लेन-देन हुई, जबकि पिछले 20 कारोबारी दिनों में औसतन 680 करोड़ शेयरों में कारोबार हुआ है।
कल अमेरिकी बाजार में कच्चे तेल के भाव में 5.18% की गिरावट आयी और डब्लूटीआई क्रूड 47.64 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ। इसके अलावा कल यूरोपीय बाजार को भी ब्रेक्जिट का खामियाजा भुगतना पड़ा और यह भारी गिरावट के साथ बंद हुआ। (शेयर मंथन, 25 जून 2016)
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