
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के तीसरी तिमाही के कारोबारी नतीजों पर प्रभुदास लीलाधर ने "प्रदर्शन नरम, बातें गरम" जैसी टिप्पणी दी है।
प्रभुदास लीलाधर ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि टीसीएस ने 2014-15 की तीसरी तिमाही में सभी पैमानों पर खुद उसके और बाजार के औसत अनुमानों से थोड़ा हल्का प्रदर्शन किया है। ब्रोकिंग फर्म ने ध्यान दिलाया है कि इसके साथ ही टीसीएस बीती पाँच में चार तिमाहियों में अनुमानों से पीछे रह गयी है। हालाँकि कंपनी का प्रबंधन माँग के परिवेश और आईटी बजट को लेकर सकारात्मक नजरिया बनाये हुए है।
अक्टूबर-दिसंबर 2014 की तिमाही में टीसीएस की आमदनी ठीक पिछली तिमाही से 2.6% बढ़ कर 245.01 अरब रुपये रही। प्रभुदास लीलाधर का अनुमान 244.03 अरब रुपये का था। वहीं डॉलर में कंपनी की तिमाही आमदनी 0.1% बढ़ कर 393.1 करोड़ डॉलर रही, जबकि इस ब्रोकिंग फर्म का अनुमान 394.9 करोड़ डॉलर का था। तिमाही प्रति शेयर आय (ईपीएस) ठीक पिछली तिमाही की तुलना में 2.9% बढ़ कर 27.79 रुपये रही, जबकि प्रभुदास लीलाधर का अनुमान 28.04 रुपये का था।
इन आँकड़ों को ब्रोकिंग फर्म ने अनुमानों से नरम माना है। प्रभुदास लीलाधर के मुताबिक मुद्रा बाजार के उतार-चढ़ाव की वजह से इस तिमाही के आँकड़ों पर नकारात्मक असर पड़ा है। हालाँकि इसने टीसीएस के लिए अपनी खरीद रेटिंग जारी रखी है, मगर इसका लक्ष्य भाव 3,050 रुपये से घटा कर 2,950 रुपये कर दिया है। यह नया लक्ष्य भाव साल 2016-17 की अनुमानित आय पर 21 के पीई अनुपात के आधार पर है।
टीसीएस के तिमाही नतीजे गुरुवार की शाम को बाजार बंद होने के बाद जारी किये गये थे। आज शुक्रवार को सुबह बाजार खुलने के चंद मिनटों के भीतर टीसीएस का शेयर पिछले बंद भाव 2,545 रुपये की तुलना में 2,484 रुपये तक फिसल गया। हालाँकि इसके बाद धीरे-धीरे सँभलते हुए इसने अपना नुकसान कम किया। अंत में यह 13.10 रुपये या 0.51% के नुकसान के साथ 2,531.90 रुपये पर बंद हुआ। (शेयर मंथन, 16 जनवरी 2015)
Add comment