डॉ रेड्डीज लेबोरेट्रीज (DR.REDDY'S LABORATORIES) को हुआ 5.7 करोड़ रुपये का घाटा, आमदनी 12.34% घटी
डॉ रेड्डीज लेबोरेट्रीज (DR.REDDY'S LABORATORIES) को वित्त वर्ष 2015-16 की आखरी तिमाही में 5.7 करोड़ रुपये का घाटा हुआ।
डॉ रेड्डीज लेबोरेट्रीज (DR.REDDY'S LABORATORIES) को वित्त वर्ष 2015-16 की आखरी तिमाही में 5.7 करोड़ रुपये का घाटा हुआ।
आरएसडब्ल्यूएम (RSWM) का तिमाही लाभ वित्त वर्ष 2015-16 की आखरी तिमाही में 7.1% की बढ़त के साथ 31.51 करोड़ रुपये रहा है।
विप्रो (Wipro) ने डिजिटल सेवाएँ देने के लिए सॉफ्टवेयर विक्रेता एटिया के साथ समझौता किया है।
बीएसएल (BSL) का तिमाही लाभ वित्त वर्ष 2015-16 की आखरी तिमाही में 21.1% की गिरावट के साथ 1.48 करोड़ रुपये रहा है।
केन्द्र सरकार ने कहा है कि इसने इंडियन ऑयल (Indian Oil) में कुछ हिस्सेदारी 237 करोड़ रुपये में कंपनी के कर्मियों को बेच दी है।
वित्त वर्ष 2015-16 की आखिरी तिमाही में हिंदुजा फाउंड्रीज (Hinduja Foundries) को 54.1 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है।
खबरों के अनुसार टाइटन के आईवियर उपभोक्ता व्यापार टाइटन आईप्लस द्वारा नोएडा और मुंबई में दो सैटेलाइट लेंस उत्पादन संयंत्रों की शुरुआत की जायेगी।
वित्त वर्ष 2015-16 की आखिरी तिमाही में सतलज टेक्सटाइल्स ऐंड इंडस्ट्रीज (Sutlej Textiles & Idustries) का लाभ 78% बढ़ कर 48.8 करोड़ रुपये हो गया है।
वित्त वर्ष 2015-16 की आखिरी तिमाही में क्युपिड (Cupid) का लाभ 262% बढ़ कर 4.61 करोड़ रुपये हो गया है।
फ्रांस की मशहूर दवा कंपनी की भारतीय इकाई सनोफी इंडिया (Sanofi India) ने अपनी दर्द निवारक दवा कॉम्बिफ्लेम के प्रभावित बैचों को वापस मंगाया है।
वित्त वर्ष 2015-16 की आखिरी तिमाही में डीएफएम फूड्स (DFM Foods) का लाभ 316.48% बढ़ कर 11.62 करोड़ रुपये हो गया है।
टीटी (TT) को वित्त वर्ष 2014-15 की आखरी तिमाही में हुए 3.76 करोड़ रुपये के मुनाफे के मुकाबले वित्त वर्ष 2015-16 की समान अवधि में 1.34 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है।
आज गुरुवार के कारोबार में खबरों की वजह से जिन चुनिंदा शेयरों पर नजर रहेगी उनमें डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन, विप्रो, टाइटन, कोटक महिंद्रा बैंक, एशियन पेंट्स और हैवेल्स इंडिया शामिल हैं।
हैवेल्स इंडिया (Havells India) का लाभ वित्त वर्ष 2014-15 की आखरी तिमाही में 121.85 करोड़ रुपये के मुकाबले वित्त वर्ष 2015-16 की समान अवधि में 366.49 करोड़ रुपये रहा।
वित्त वर्ष 2015-16 की आखिरी तिमाही में एशियन पेंट्स का लाभ 19.87% बढ़ कर 408.75 करोड़ रुपये हो गया है।
जुबिलेंट फूडवर्क्स (Jubilant Foodworks) ने बीएसई को सूचना दी है कि कंपनी ने 10 रुपये प्रति 1,850 शेयर आवंटित किये हैं।