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जानकारों की राय

चुनावी माहौल का असर होगा बाजार पर

अनुज गुप्ता

वीपी (रिसर्च), आईआईएफएल सिक्योरिटीज

बाजार इस समय तेजी के दौर में है। हालाँकि अगले छह महीने में भारतीय बाजार के लिए देश का चुनावी माहौल सबसे बड़ा मुद्दा होगा। राज्यों के जो विधान सभा चुनाव होने हैं, वे बहुत महत्वपूर्ण रहेंगे और मेरा अनुमान है कि इनका बड़ा सकारात्मक असर होने वाला है।

बड़ी चिंता राजनीतिक स्थिरता को लेकर

धीरेंद्र तिवारी

रिसर्च प्रमुख, एंटीक स्टॉक ब्रोकिंग

पूँजीगत व्यय (कैपेक्स) में सुधार होना बाजार के लिए प्रमुख सकारात्मक पहलू है। वहीं देश में राजनीतिक स्थिरता आने वाले समय में भारतीय बाजार के लिए एक बड़ी चिंता बनेगी। अगले छह महीने में भारतीय बाजार चुनावी माहौल से ही सबसे ज्‍यादा प्रभावित होगा। पर राज्यों के चुनावों का बहुत महत्व नहीं रहेगा या इसके चलते हल्का सकारात्मक असर हो सकता है।

2024 से घटनी शुरू होंगी ब्याज दरें

ऑनाली रूपानी

निदेशक, एआरएम रिसर्च

भारतीय बाजार के लिए जहाँ ऊर्जा क्षेत्र और उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना सबसे बड़े सकारात्‍मक कारक हैं, वहीं अमेरिकी अर्थव्यवस्था के कमजोर होने से चिंता हो रही है। मुद्रा (करेंसी) संकट और संप्रभु भुगतान में चूक (सोवरेन डिफॉल्ट) अगले छह महीने में बाजार को प्रभावित करने वाले बड़े वैश्विक कारक बन सकते हैं।

चिंता बढ़ायेंगे भूराजनीतिक हालात

दीन दयाल शर्मा

सीएमडी, रिस्क कैपिटल एडवाइजरी

'चीन प्लस" के चलते भारी पूँजीगत व्यय (कैपेक्स) की योजनाएँ बनना बाजार के लिए काफी सकारात्मक है। चालू वित्‍त-वर्ष में देश की जीडीपी 7% पर रह सकती है और 2024-25 में इसके 7.5% पर पहुँचने का अनुमान है। पर भारतीय बाजार के लिए वैश्विक भूराजनीतिक हालात चिंता का सबब बन सकते हैं।

Market Outlook: क्या शेयर बाजार की गिरावट पूरी हो गयी? विजय चोपड़ा से बातचीत

शेयर बाजार का प्रमुख सूचकांक निफ्टी 50 इस साल 19 अक्टूबर को अपने उच्चतम स्तर 18,604 से लेकर 20 दिसंबर 2021 को 16,410 तक गिरने के बाद अब वापस 17,000 के ऊपर टिकने लगा है।

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