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देश के 21.9% लोग गरीबी रेखा (Poverty Line) के नीचे

साल 2011-12 में देश में गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले लोगों की संख्या साल 2004-05 के मुकाबले 15.3% अंक घट कर 21.9% रह गयी।
योजना आयोग (Planning Commission of India) ने तेंदुलकर फार्मूले का इस्तेमाल करते हुए यह गणना की है। केंद्रीय आवास एवं गरीबी उन्मूलन मंत्री गिरिजा व्यास ने कल लोक सभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह बात कही। आयोग के अनुमान के अनुसार साल 2004-05 में देश की जनसंख्या का 37.2% हिस्सा गरीबी रेखा के नीचे था।     
उन्होंने आगे बताया कि साल 2011-12 में ग्रामीण क्षेत्रों में 25.7% लोग इस रेखा के नीचे जीवन-यापन कर रहे थे, जबकि शहरी क्षेत्रों में यह आँकड़ा 13.7% था। साल 2004-05 की बात करें तो ग्रामीण क्षेत्रों में 41.8% और शहरी क्षेत्रों में 25.7% लोग इस रेखा के नीचे थे। इस तरह इस अवधि में ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी अनुपात (rural poverty ratio) में 16.1% अंक और शहरी क्षेत्रों में 12% अंक की कमी आयी है। (शेयर मंथन, 06 फरवरी 2014)  

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