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रेल बजट (Rail Budget) पर लोग बोले

रेल मंत्री डी.वी सदानंद गौड़ा (D.V Sadananda Gowda) का पहला रेल बजट (Rail Budget) पेश होने के बाद लोगों के बीच कैसी सोच बनी, यह बड़ी आसानी से फेसबुक जैसी वेबसाइटों पर लोगों की टिप्पणियों में देखा जा सकता है।

पेश हैं कुछ ऐसी ही टिप्पणियाँ : 

सुशील कुमार मोदी : वर्ष 2014-15 के लिए संसद में पेश रेल बजट गरीबोन्मुख है। इस बजट में गरीबों का खास ख्याल रखा गया है। पूरे देश में शुरू की गयी पाँच जनसाधारण एक्सप्रेस ट्रेनों में से तीन बिहार से होकर चलेगी। बिहार की लम्बित तीन रेल पुल परियोजनाओं (दीधा-सोनपुर-226 करोड़,मुंगेर.200 करोड़,कोसी-25 करोड़) के लिए भी बजट में राशि का प्रावधान किया गया है। तीर्थस्थल सर्किट की शुरुआत से बिहार को प्रत्याक्ष लाभ मिलेगा। डायमंड चतुर्भुज उच्चगति रेलपरियोजना का भी बड़ा हिस्सा बिहार से होकर गुजरेगा।

कीर्ति आजाद : पहली बार रेल बजट में राष्ट्र के सर्वांगीण विकास पे ध्यान दिया गया है,यह सम्पूर्ण भारतीयों के लिये प्रस्तावित बजट है! आजादी के बाद का यह पहला रेल बजट है जिसमें लोगों के लिए नयी सुविधाओं के साथ-साथ पुरानी सुविधाओं को बेहतर व आधुनिक बनाने, समय के महत्व को ध्यान में रखकर रफ्तार वाली ट्रेनों पर विशेष ध्यान, इसके लिए बुलेट ट्रेन, सेमी बुलेट ट्रेन, हाईस्पीड ट्रेनें चलाने की घोषणा, ट्रेनों में बेहतर खानपान और सफाई जैसी सुविधाओं पर ध्यान एवं स्टेशनों पर कई बेहतर सुविधाओं की घोषणा शामिल है।

कौशल मिश्रा : मै आज बहुत खुश हूँ कि संसद में रेल मंत्री ने कौटल्य को गुंजायमान किया। उन्होंने - प्रजा सुखे सुखं राज्ञ॓....का उद्धरण दिया।

अभिषेक रंजन : अच्छा हुआ उत्तर भारत में बुलेट ट्रेन चलाने की घोषणा नही हुई, वरना वैकम मार-मार के इसको बैलगाड़ी ट्रेन बना देता लोग सब। जनसाधारण/पैसेंजर को तो भाई लोग छोड़ता ही नही है, जो हर स्टेशन रूकती, सुस्ताती चलती है, फिर ये बुलेट ट्रेन कौन खेत की मूली है.....वैसे भी बुलेट ट्रेन हो या मोटरसाइकल, चढ़ेगा तो वही, जो पैसे से बुलंद हो.इधर 20-25 जनसाधारण ट्रेन ही बढ़िया व्यवस्था और टाइम से चले, काफी है।

सुरेश लोधी : अब तक 60 से ज्यादा बार रेल बजट पेश हो चुका है पर एक आम आदमी को 4 महीने पहले टिकट बुक करा लेने के बाद भी पता नहीं कि वो यात्रा करेगा कि नहीं।"

प्रकाश गौतम : रेलवे पानी की क्वालिटी की घोषणा हो गयी लेकिन उपलब्धता सुनिश्चित करना चुनौती है जो व्यवस्था में सुधार से ही हो पायेगी आशा करता हूँ ऐसा होगा!

मनोज दुबे : जम्मू से कटरा रेल का किराया 20 रुपया है। टैक्सी वाले 2500 से 3000 रुपया लेते हैं। यही तो अच्छे दिन हैं।

(शेयर मंथन, 08 जुलाई 2014)

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