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खुदरा महँगाई दर (CPI) ने फिर दिया झटका

जून महीने में खाने-पीने की चीजों की कीमतें तेजी से बढ़ने के चलते खुदरा महँगाई दर (कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स या सीपीआई) में बढ़ोतरी हुई है।

खास कर सब्जियों, फलों और दालों के दाम बढ़ने का असर खुदरा महँगाई दर पर दिखा है। इसके चलते यह जून के 7.5% से बढ़ कर 7.96% पर पहुँच गयी है। दरअसल खाद्य महँगाई पिछले महीने के 8.0% से बढ़ कर जुलाई में 9.4% हो गयी। सब्जियों के दाम एकदम तेजी से उछले और इनकी कीमतें बढ़ने की दर जून के 9.1% की तुलना में 16.9% हो गयी। फलों की कीमतों में 22.5% का इजाफा हुआ, जबकि दालें 5.9% महँगी हुईं। खुदरा महँगाई दर में खाद्य महँगाई का भारांक करीब 50% है। 

हालाँकि अगर फल-सब्जियों को हटा कर देखें तो सीपीआई कोर महँगाई दर पिछले महीने के 7.5% से घट कर जुलाई में 7.3% पर आ गयी। हालाँकि इसमें बेस इफेक्ट यानी पिछली बार के ऊँचे आँकड़ों का प्रभाव शामिल है। (शेयर मंथन, 12 अगस्त 2014)

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