शेयर मंथन में खोजें

बढ़ सकती हैं खाद्य वस्तुओं की कीमतें : आईएफपीआरआई

वैश्विक मंदी अगर इसी तरह जारी रही और कृषि क्षेत्र में निवेश घटा तो वर्ष 2020 तक खाद्य वस्तुओं की कीमतों में 27% तक का इजाफा हो सकता है। इस तरह का अनुमान अमेरिकी संस्था इंटरनेशनल फूड पालिसी रिसर्च इंस्टीट्यूट [आईएफपीआरआई] ने अपनी रिपोर्ट में लगाया है।

टाटा मोटर्स के शेयर में गिरावट

देश की दिग्गज वाहन निर्माता कंपनी टाटा मोटर्स ने यह घोषणा की है कि वह पुणे स्थित अपने उत्पादन संयंत्र को दिसंबर में छः दिन के लिए बंद रखेगी। व्यावसायिक वाहनों की बिक्री में आयी तीखी गिरावट के मद्देनजर कंपनी को यह कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा है। इस साल नवंबर में कंपनी के व्यावसायिक वाहनों की बिक्री में पिछले साल के नवंबर महीने के मुकाबले लगभग 40% की गिरावट दर्ज की गयी है। बीएसई में सुबह 11.51 बजे टाटा मोटर्स के शेयर 3.1% की कमजोरी के साथ 128.65 रुपये पर चल रहे थे।

कालिंदी रेल को 99.99 करोड़ रुपये का ठेका

कालिंदी रेल निर्माण इंजीनियर्स लिमिटेड को दिल्ली एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन प्रोजेक्ट का 99.99 करोड़ रुपये के काम का ठेका मिला है। यह सूचना कंपनी ने बीएसई को भेजी गयी एक विज्ञप्ति के माध्यम से दी है। सुबह के कारोबार में 157 रुपये के उच्चतम स्तर तक जाने के बाद 11.26 बजे बीएसई में कालिंदी रेल के शेयर 2.3% की गिरावट के साथ 150.10 रुपये पर चल रहे हैं।

भारतीय बाजारों में लाली बरकरार

2.31: कमजोर वैश्विक संकेतों के मद्देनजर गिरावट के बीच खुले भारतीय शेयर बाजारों में कमजोरी बनी हुई है। इस समय सेंसेक्स 208 अंक नीचे 8.632 पर है, जबकि निफ्टी 50 अंकों की गिरावट के साथ 2,633 पर है। सीएनएक्स मिडकैप में 1.5% की कमजोरी है। एफएमसीजी को छोड़ कर बीएसई के बाकी सभी क्षेत्रवार सूचकांक लाल निशान में चल रहे हैं। कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, तेल-गैस और ऑटो सूचकांकों में 3% से अधिक की गिरावट है। महिंद्रा एंड महिंद्रा में 8.51% की कमजोरी है। टीसीएस में 5.28%, मारुति सुजुकी में 5.25% और एचडीएफसी में 4.8% की गिरावट है। स्टरलाइट इंडस्ट्रीज में 4.78% और रिलायंस इंडस्ट्रीज में 4.37% की गिरावट है। लार्सन एंड टुब्रो और रिलायंस कम्युनिकेशंस में 3.5% से अधिक कमजोरी है। आईटीसी में 1.69% और रिलायंस इन्फ्रा में 1.43% की मजबूती है। 

कुछ अलग-सा दिसंबर

राजीव रंजन झा

साल के अंतिम महीने ने इस साल कुछ अलग अंदाज में दस्तक दी है। कल शुरुआती बढ़त के बाद बाजार जिस तरह से फिसला, वह अपने-आप में कोई अच्छा संकेत नहीं था। उसके बाद आज के अंतरराष्ट्रीय संकेतों को देखें, तो एकबारगी दिल दहल ही जाता है।

कंपनियों की सुर्खियाँ

निवेश मंथन पत्रिका

देश मंथन के आलेख