बाजार फिर फिसला, निफ्टी 50 (Nifty 50) 7800 के नीचे बंद
शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार में पूरे दिन कमजोरी का माहौल रहा। खराब वैश्विक संकेतों के बीच भारतीय बाजार गिरावट के साथ खुला और पूरे सत्र में दबाव में ही रहा।
शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार में पूरे दिन कमजोरी का माहौल रहा। खराब वैश्विक संकेतों के बीच भारतीय बाजार गिरावट के साथ खुला और पूरे सत्र में दबाव में ही रहा।
बुधवार की हल्की गिरावट के बाद गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार में कमजोरी बढ़ गयी। दरअसल अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ओर से दिसंबर में ही ब्याज दरें बढ़ाये जाने के पुख्ता संकेत दिये जाने के बाद वैश्विक बाजारों में घबराहट दिखी, जिसका सीधा असर भारतीय बाजार पर भी पड़ा।
भारतीय शेयर बाजार में पिछले चार दिनों चल रही बढ़त का सिलसिला आज थमा और इसके प्रमुख सूचकांक लाल निशान में बंद हुए।
भारतीय शेयर बाजार आज दिन भर एक सीमित दायरे में अटका रहा और अंत में सपाट रुझान के साथ हल्की बढ़त पर बंद हुआ।
हफ्ते के पहले दिन सोमवार को बाकी ज्यादातर एशियाई बाजारों में कमजोरी के बावजूद भारतीय शेयर बाजार कमजोरी से बचने की कोशिश करता रहा।
भारतीय शेयर बाजार ने आज हफ्ते के पहले दिन सुबह कारोबार की शुरुआत में एक दायरे के अंदर सुस्ती का रुझान दिखाया है।
जीएसटी विधेयक संसद के शीत सत्र में पारित होने की उम्मीदें बढ़ने से इस हफ्ते के अंतिम दिन शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार में मजबूती का रुझान दिखा।
यूरोप में राहत पैकेज की उम्मीद से एशियाई बाजारों की शुरुआत हरे निशान पर हुई, लेकिन कुछ ही देर में यहाँ मुनाफावसूली हावी हो गयी।
गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार में पूरे दिन मजबूती का रुझान बना रहा और नवंबर वायदा सारीज के निपटान (एक्सपायरी) के दिन हरियाली देखने को मिली।
एशियाई बाजारों से मिले अच्छे संकेतों से आज गुरुवार को घरेलू शेयर बाजार भी मजबूती के साथ खुले हैं।
बुधवार को अमेरिकी शेयर बाजार सपाट बंद हुआ। डॉव जोंस इंडस्ट्रियल एवरेज (Dow Jones industrial average) केवल 1.20 अंक या 0.01% की मामूली बढ़त पर 17,813.39 पर बंद हुआ।
भारतीय शेयर बाजार सोमवार की तरह ही मंगलवार को भी एक दायरे में सिमटा रहा और अंत में हल्के नुकसान के साथ बंद हुआ।
वैश्विक बाजारों से मिले कमजोर संकेतों के बीच आज मंगलवार को घरेलू बाजार की सुस्त शुरुआत हुई। हालाँकि भारतीय बाजार ने लाल निशान पर शुरुआत की, लेकिन धीरे-धीरे यह हरे निशान में आ गया है और उसके बाद काफी हद तक एक दायरे के अंदर सपाट रुझान दिखा रहा है।
अमेरिकी बाजारों में पिछले हफ्ते की जोरदार तेजी के बाद नये हफ्ते की सुस्त शुरुआत हुई है। दो बड़ी दवा कंपनियों, फाइजर (Pfizer) और एलरगन (Allergan) के बीच समझौते की खबर भी बाजार में जान नहीं फूंक सकी।
सोमवार को सुस्त अंतरराष्ट्रीय संकेतों के बीच भारतीय शेयर बाजार भी दबाव में रहा और अंत में हल्के नुकसान पर बंद हुआ। हालाँकि सुबह के कारोबार में कुछ देर के लिए हल्की बढ़त दिखी थी, मगर इसके बाद यह लाल निशान में चला गया।
नये हफ्ते के पहले कारोबारी दिन बाजार हरे निशान पर खुला जरूर, लेकिन जल्दी ही लाल निशान में आ गया। फिलहाल बाजार में एक सीमित दायरे में कारोबार हो रहा है।