मार्च में यात्री गाड़ियों की खुदरा बिक्री में 4.9 फीसदी की गिरावट आई है।
FADA यानी फेडरेशन ऑफ इंडियन ऑटमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन की ओर से मार्च महीने के लिए जारी आंकड़ों के मुताबिक यात्री गाड़ियों की खुदरा बिक्री 4.9 फीसदी गिरकर 2.71 लाख इकाई दर्ज की गई। पिछले साल इसी महीने में 2.85 लाख इकाई गाड़ियां बिक पाई थीं।
हालाकि व्यावसायिक गाड़ियों की खुदरा बिक्री 14.9% फीसदी बढ़ी है। मार्च में व्यावसायिक गाड़ियों की बिक्री 77,938 इकाई दर्ज की गई (YoY)। पिछले साल इसी महीने में 67,828 इकाई गाड़ियां ही बिक पाई थी। वहीं मार्च में दोपहिया वाहनों की खुदरा बिक्री 4% फीसदी घटी है। मार्च में 11.6 लाख दोपहिए वाहनों की बिक्री हुई है। ईंधन लागत बढ़ने से ग्रामीण इलाकों में मांग में पहले से ही कमी देखने को मिल रही है। तिपहिया वाहनों की खुदरा बिक्री में 26.6% फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है। मार्च में तिपहिया वाहनों की बिक्री 48,284 इकाई दर्ज की गई है। मार्च में ट्रैक्टर की खुदरा बिक्री 8.2% घटकर 63,920 इकाई रही।
FADA यानी फेडरेशन ऑफ इंडियन ऑटमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन के मुताबिक वित्त वर्ष 2024 तक ऑटो सेक्टर की बिक्री प्री-कोविड स्तर पर पहुंचने की उम्मीद है। चीन में लॉकडाउन और रूस-यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को लेकर इंडस्ट्री काफी सतर्क है। FADA ने 2 व्हीलर बनाने वाली कंपनियों से बिक्री बढ़ाने के लिए विशेष ऑफर लाने का अनुरोध किया है। वहीं FADA का मानना है कि सरकार के इंफ्रा पर जोर, स्क्रैपेज पॉलिसी के कारण व्यावसायिक गाड़ियों की मांग में तेजी आई है। वित्त वर्ष 2022 में बिजली से चलने वाली गाड़ियों की बिक्री 1.34 लाख यूनिट से बढ़कर 4.29 लाख इकाई दर्ज की गई। तेल कीमतें बढ़ने से कंज्यूमर सेंटिमेंट पर असर देखने को मिल रहा है। सेमीकंडक्टर की आपूर्ति में पिछले महीने के मुकाबले सुधार होने के बावजूद भी यात्री गाड़ियों की लंबी वेटिंग पीरियड है। (शेयर मंथन. 05 अप्रैल 2022)
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