दवा बनाने वाली कंपनी सिप्ला को अमेरिकी ड्रग रेगुलेटर यानी यूएसएफडीए (USFDA) से झटका लगा है। यूएसएफडीए ने कंपनी के मध्य प्रदेश के पीथमपुर स्थित इकाई को जांच के बाद 8 आपत्तियां जारी की है। यूएसएफडीए ने इकाई की जांच 6-17 फरवरी के दौरान की थी। यूएसएफडीए ने आपत्तियों के साथ फॉर्म 483 भी जारी किया है।
कंपनी का कहना है कि वह अमेरिकी ड्रग रेगुलेटर के साथ मिलकर आपत्तियों को दूर करने में सहयोग करेगी। आपको बता दें कि कंपनी की गोवा इकाई और अमेरिकी इकाई के बाद पीथमपुरा काफी महत्वपूर्ण इकाई होने के साथ बड़ी भी है। कंपनी पीथमपुरा इकाई से gAdvair दवा का उत्पादन करने वाली है। उम्मीद के मुताबिक वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही से दवा का उत्पादन संभव हो सकेगा। इस दवा का इस्तेमाल सीओपीडी (COPD) यानी क्रोनिक ओबसट्रक्टिव पल्मोनरी डिजिज के इलाज में किया जाता है। इसके अलावा इस दवा का इस्तेमाल क्रोनिक ब्रॉन्काइटिस, एमफाइसिमि के साथ श्वास से जुड़ी बीमारियों में होता है। आपको बता दें कि इस इकाई की वित्त वर्ष 2023 में अब तक कुल आय में हिस्सेदारी 15 फीसदी की रही है। कंपनी का शेयर बीएसई (BSE) पर 6.02% गिर कर 964.05 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ।
(शेयर मंथन 20 फरवरी, 2023)
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