मोतीलाल ओसवाल एमएफ ने बढ़ाया एक्जिट लोड
म्यूचुअल फंडों में हाल के समय में निवेशकों ने लगातार भारी निवेश का सिलसिला बनाये रखा है, मगर अब संभवतः शेयर बाजार में आ रहे उतार-चढ़ाव के मद्देनजर म्यूचुअल फंडों को उनकी बिकवाली का अंदेशा भी सताने लगा है।
म्यूचुअल फंडों में हाल के समय में निवेशकों ने लगातार भारी निवेश का सिलसिला बनाये रखा है, मगर अब संभवतः शेयर बाजार में आ रहे उतार-चढ़ाव के मद्देनजर म्यूचुअल फंडों को उनकी बिकवाली का अंदेशा भी सताने लगा है।
अगस्त के बाद सितंबर में भी म्यूचुअल फंड में 20,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया गया।
वित्त वर्ष 2016-17 भारतीय म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के लिए शानदार रहा है।
जब हमने बजट की तारीख को पहले खिसकाया ही है, तो इसे थोड़ा और खिसका कर 25 दिसंबर भी किया जा सकता था। हममें से बहुतों के लिए वित्त मंत्री अपने बजट प्रस्तावों के जरिये तोहफे ही देंगे और बाकी लोग इस बात पर बहस करेंगे कि आखिर सैंटा कहीं है भी या नहीं और हमारी इच्छाएँ क्यों पूरी नहीं हुईं!
रिलायंस म्यूचुअल फंड (Reliance Mutual Fund) ने 17 जनवरी से सेंट्रल पब्लिक सेक्टर इंटप्राइजेज एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (CPSE ETF) के फर्दर फंड ऑफर (FFO) की शुरुआत की है।
बचत खाते में खाली पड़े पैसे को अपनी लिक्विड योजना की ओर आकर्षित करने के लिए रिलायंस म्यूचुअल फंड ने सिंपली सेव नाम से एक ऐप्प पेश किया है।