सेंसेक्स दिसंबर 2016 तक 33,000 पर
संदीप सभरवाल, बाजार विश्लेषक
मुझे बाजार का भविष्य काफी सकारात्मक लग रहा है। निचले कमोडिटी भाव बाजार के लिए सबसे सकारात्मक पहलू हैं, जबकि मानसून की कमजोरी मुख्य चिंता है।
मुझे बाजार का भविष्य काफी सकारात्मक लग रहा है। निचले कमोडिटी भाव बाजार के लिए सबसे सकारात्मक पहलू हैं, जबकि मानसून की कमजोरी मुख्य चिंता है।
फिलहाल भारतीय शेयर बाजार एक चौराहे पर खड़ा दिख रहा है और अगले कुछ महीनों की अवधि में सूचकांक की दिशा घरेलू और वैश्विक, दोनों परिदृश्यों पर निर्भर करेगी।
निफ्टी 50 में अभी जो नरमी है, वह इसे अधिक से अधिक 7,200 के निचले स्तर की ओर ला सकती है। अगर ऐसा होता है तो यह नरमी कई महत्वपूर्ण अग्रणी शेयरों में खरीदारी के अच्छे अवसर उपलब्ध करायेगी।
निम्न महँगाई, कई वर्षों के निम्न स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों, रिजर्व बैंक के समायोजी रुख और खनन, रेलवे, रक्षा, बैंकिंग, सड़क, बिजली जैसे क्षेत्रों में मुद्दों को सुलझाने के प्रति सरकार के कदमों से भारतीय अर्थव्यवस्था आगे बढऩे को तैयार है।
बाजार के बारे में मेरा नजरिया सकारात्मक है। उद्योग की स्थिति में सुधार होने लगा है, जो बाजार के लिए सबसे अच्छी बात है। मगर कांग्रेस और विपक्ष का मौजूदा रुख बाजार के लिए नकारात्मक है।