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पुराने भौतिक शेयरों के हस्तांतरण के लिए सेबी ने दी राहत, फिर अनुरोध दर्ज कराने की मिली इजाजत

पुराने भौतिक शेयरों के शेयरधारकों को बड़ी राहत देते हुए बाजार नियामक ने इनके हस्तांतरण के अनुरोध फिर लेने की इजाजत दे दी है। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड ने इसके लिए छह महीने की विशेष व्यवस्था (स्पेशल विंडो) करने की घोषणा की है। इसके तहत उन निवेशकों को दोबारा अनुरोध दर्ज कराने का अवसर दिया जायेगा, जिन्होंने 1 अप्रैल 2019 से अपने अनुरोध पेश किये थे, लेकिन दस्तावेजों में कमी के कारण अस्वीकृत/वापस कर दिये गये थे।  

आईसीआईसीआई प्रुडेन्शियल ने युवाओं के लिए पेश की किफायती बाजार-आधारित बीमा योजना

देश की अग्रणी जीवन बीमा कंपनी आईसीआईसीआई प्रुडेन्शियल लाइफ इंश्योरेंस ने एक नयी बाजार-आधारित बीमा योजना ‘आईसीआईसीआई प्रु स्मार्ट इंश्योरेंस प्लान प्लस’ पेश की है। यह यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान (यूलिप) विशेष रूप से युवाओं को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है, ताकि वे कम लागत में दीर्घकालिक निवेश और जीवन सुरक्षा का लाभ उठा सकें।

दिवालिया होने के कगार पर खड़ी वोडाफोन को मिल सकती है राहत, सरकार कर रही विचार

भारत का टेलिकॉम सेक्टर एक अहम मोड़ पर खड़ा है, और इसमें वोडाफोन आइडिया की भूमिका निर्णायक बनती जा रही है। सरकार साफ संकेत दे चुकी है कि उसे सिर्फ दो कंपनियों का एकाधिकार मंजूर नहीं है। टेलिकॉम मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने हाल ही में दिल्ली में हुए एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि भारत जैसे विशाल देश में हर सेक्टर में कंपटीशन जरूरी है। सिर्फ एक या दो कंपनियों का दबदबा उपभोक्ताओं और बाजार दोनों के लिए नुकसानदेह है।

टेलीकॉम में मंजूर नहीं डुओपॉली, सरकार हर क्षेत्र में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को देगी बढ़ावा

टेलीकॉम में डुओपॉली नहीं चलेगी। विश्व वाई-फाई दिवस के मौके पर टेलीकॉम मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में साफ शब्दों में कहा कि भारत के टेलीकॉम सेक्टर को दो बड़ी कंपनियों के प्रभुत्व वाली व्यवस्था (डुओपॉली) नहीं चलने दे सकते। उन्होंने कहा कि सरकार हर सेक्टर में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देना चाहती है और टेलीकॉम सेक्टर इससे अछूता नहीं है।

ठंडी हुई कच्चे तेल की उबाल, इजरायल-ईरान युद्धविराम की खबर से औंधे मुंह गिरे भाव

कच्चे तेल के भाव भारी उठापटक के बाद मंगलवार (24 जून) को एक बार फिर टूट गये। इजरायल और ईरान के बीच युद्धविराम की खबर से पश्चिम एशिया में कई दिनों से बनी तनाव की स्थिति सामान्य हुई है। इसने कच्चे तेल में उबाल को ठंडा कर दिया। इसके चलते मंगलवार की सुबह कच्चे तेल की कीमतें फिर से 65 डॉलर प्रति बैरल के पास आ गयीं।

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