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बायबैक प्रस्ताव को ऑस्टिन के निदेशक मंडल का अनुमोदन

ऑस्टिन इंजीनियरिंग के निदेशक मंडल ने कंपनी के शेयरों के बायबैक के प्रस्ताव का अनुमोदन कर दिया है। कंपनी ने बीएसई को भेजी गयी प्रेस विज्ञप्ति में सूचित किया है कि निदेशक मंडल ने 65 रुपये प्रति शेयर की अधिकतम दर से 4.5 लाख इक्विटी शेयर वापस खरीदने का फैसला लिया है। ऑस्टिन ने इसके लिए 2.92 करोड़ रुपये की अधिकतम राशि लगाने का निर्णय लिया है।

मेतास इन्फ्रा के शेयर लुढ़के

बुधवार को लोअर सर्किट छूने के बाद शुक्रवार के कारोबार में भी मेतास इन्फ्रा के शेयरों में गिरावट का रुख जारी है। सुबह 11.36 बजे बीएसई में कंपनी के शेयर 5% की गिरावट के साथ लोअर सर्किट तक चले गये थे। समाचार माध्यमों में इस आशय की रिपोर्ट है कि मेतास इन्फ्रा के बहीखातों में गड़बड़ी हो सकती है। मेतास इन्फ्रा के अध्यक्ष आर सी सिन्हा ने इस्तीफा दे दिया है।

शेयर बाजारों में लाली, सत्यम गिरा 51%

11.13: सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को मिले-जुले वैश्विक संकेतों के बीच भारतीय शेयर बाजारों में कारोबार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई। इस समय सेंसक्स 251 अंक गिर कर 9,336 पर है। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में 3.7% से अधिक की कमजोरी है। बीएसई आईटी और एफएमसीजी सूचकांकों को छोड़ कर शेष सभी लाल निशान में हैं। बीएसई रियल्टी सूचकांक में 18.8% की भारी गिरावट है। बीएसई पावर, तेल-गैस, धातु और कैपिटल गुड्स सूचकांकों में 4.2-6.8% की कमजोरी है। आईटी सूचकांक में करीब 2% की बढ़त है। टीसीएस में 6%, इन्फोसिस में 4.5% और एचडीएफसी में 2.75% की मजबूती है। सत्यम कंप्यूटर्स में 51.19% की भारी कमजोरी है।

जारी है सत्यम का झूठ

राजीव रंजन झा

किसी किस्से में एक ठग आकर सबसे कहता है कि देखो, मैं बड़ा पापी था। मैं अब तक सबसे झूठ बोलता रहा और सबको ठगता रहा। लेकिन अब मेरी अंतरात्मा जाग गयी है। अब मैंने फैसला किया है कि अब मैं अपना सारा पाप सबको सच-सच बता दूँगा और कभी किसी से कोई झूठ नहीं बोलूँगा। क्या इस ठग की बातों पर यकीन किया जा सकता है?
इसके बाद उसी ठग के गिरोह के कुछ खास लोग आपके सामने आकर कहते हैं कि भाई इस ठग ने हमें भी धोखा दे रखा था। इसके गोरखधंधों के बारे में हमें कुछ भी नहीं मालूम था। लेकिन अब हम अपना काम बड़ी ईमानदारी से करेंगे। सत्यम के निवेशकों के सामने इस समय न केवल रामलिंग राजू के बयानों की असली सच्चाई समझने की चुनौती है, बल्कि यह उलझन भी है कि जो नया नेतृत्व सामने आया है उस पर वे कितना यकीन कर सकते हैं।

भारतीय बाजारों में आशावाद घटा है

अरुण केजरीवाल, निदेशक, क्रिस

कल वैश्विक शेयर बाजारों का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। एशियाई बाजारों में गिरावट दर्ज की गयी। आज भी एशियाई बाजारों में मिले-जुले हालात हैं। ऐसे में भारतीय बाजारों में आशावाद की कमी दिख रही है। आज भारतीय बाजारों में कारोबार की मात्रा कम रहने के आसार हैं। जब कारोबार की मात्रा कम हो जाती है, तो आमतौर पर बाजार में नरमी दिखने लगती है।

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