प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति ने कच्चे जूट (रॉ जूट) के एमएसपी यानी मिनिमम सपोर्ट प्राइस (MSP) में बढ़ोतरी को मंजूरी दी है।
सरकार ने कच्चे जूट के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 250 प्रति क्विंटल बढ़ोतरी को मंजूरी दी है। सीसीईए यानी CCEA से इस बढ़ोतरी के बाद 2020-23 सीजन के लिए कच्चे जूट का एमएसपी (MSP) 4750 रुपए प्रति क्विंटल हो गया है। सरकार ने कृषि लागत और मूल्य आयोग यानी कमीशन फॉर एग्रीकल्चर कॉस्ट एंड प्राइस (CACP) की सिफारिशों के आधार पर एमएसपी (MSP) में बढ़ोतरी का फैसला लिया है।
सरकार ने TDN3 के बराबर TD5 ग्रेड के कच्चे जूट के एमएसपी में बढ़ोतरी का ऐलान किया है। सरकार के इस फैसले से कुल मिलाकर उत्पादन लागत के वेटेज औसत के मुकाबले 60.53 रिटर्न सुनिश्चित होगा। जूट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया यानी जेसीआई (JCI) केंद्र सरकार के कीमत समर्थन ऑपरेशन के लिए मुख्य एजेंसी के तौर पर काम करती रहेगी। इसके अलावा किसी तरह के नुकसान होने पर सरकार इसकी भरपाई करेगी।
सरकार की ओर से एमएसपी में बढ़ोतरी सरकार के 2018-19 बजट में उस ऐलान पर अमल है जिसमें कहा गया था कि एमएसपी उत्पादन लागत के वेटेज औसत के मुकाबले 1.5 गुना होना चाहिए। इस बढ़ोतरी से मुनाफे का मार्जिन कम से कम 50 फीसदी होगा। सरकार के इस फैसले के बाद जूट शेयरों में तेजी देखने को मिली। लूडलो जूट 11.46%, शेविओट 4.05% और ग्लोस्टर 6.09% की मजबूती के साथ बंद हुए। (शेयर मंथन, 22 मार्च 2022)
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